न्यूज़ डेस्क
केरल के वायनाड जिले में लगातार जारी भारी बारिश के कारण मंगलवार तड़के कई जगहों पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में तीन बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन की चपेट में आने से चूरलमाला शहर में एक बच्चे सहित 6 लोगों, जबकि थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक वर्षीय बच्चे की मौत होने की खबर है।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं।
संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा के विधायक टी सिद्दिकी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि अधिकारी मुंडक्कई क्षेत्र में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से बाहर निकालने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, “फिलहाल हमारे पास भूस्खलन में लापता लोगों और मृतकों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। एनडीआरएफ के जवान इन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।”
इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर तलाथ एवं बचाव अभियान में मदद के लिए जल्द ही सुलूर से वायनाड के लिए उड़ान भरेंगे।
अधिकारियों के मुताबिक, बड़े पैमाने पर भूस्खलन की घटनाओं के मद्देनजर कई परिवारों को विभिन्न शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों में स्थानांतरित किया गया है।
वहीं लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भारी भूस्खलन से बहुत व्यथित हूं…मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि बचाव अभियान जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।”
वायनाड चुरलमाला में अग्निशमन और बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम के 250 सदस्य बचाव अभियान में शामिल हैं। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है।

