लखनऊ: उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ विधायक अब्बास अंसारी को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में अब्बास अंसारी से 9 घंटे तक पूछताछ की। अब्बास ईडी के पूछे गए कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए। अब्बास अंसारी से दो राउंड में पूछताछ की गयी । इससे पहले अब्बास से पहले राउंड की पूछताछ 20 मई को की गई थी। ईडी ने अब्बास अंसारी के खिलाफ पिछले महीने लुक आउट नोटिस जार कर कुछ दिन पहले भी पूछताछ के लिए समन जारी किया था।
अब्बास अंसारी(मुख्तार अंसारी के बेटे) को आज ED ने दूसरी बार बुलाया और वो करीब 2 बजे आए थे और 11 बजे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर किसी अज्ञात स्थान पर लेकर गए हैं। कुछ बता नहीं रहें कि क्यों गिरफ्तार करके लेकर गए हैं:मोहम्मद फारूक,अब्बास अंसारी के वकील,प्रयागराज (4.11) pic.twitter.com/LmJyI2p2MH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2022
ईडी के सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए अब्बास
गौरतलब है कि अब्बास अंसारी के पिता मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। इस मामले में मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों और उनके भाइयों से भी पूछताछ की जा चुकी है। इसी मामले में ईडी ने अब्बास अंसारी से भी पूछताछ की और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अब्बास को गिरफ्तार कर लिया।
2021 में दर्ज हुआ था मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस
ईडी ने मार्च 2021 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने मुख्तार के भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी से इस साल 9 मई, फिर मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी और विधायक भतीजे शोएब अंसारी से 10 मई को और अब्बास अंसारी और छोटे बेटे उमर अंसारी से 20 मई को पूछताछ की थी।
मुख्तार अंसारी पर जाली दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी के लगे हैं आरोप
मुख्तार अंसारी के खिलाफ साल 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जा, लखनऊ में धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने, धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने का मामला दर्ज है।
अब्बास को एमपी-एमएलए कोर्ट कर चुका है भगोड़ा घोषित
इस साल 25 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास को भगोड़ा घोषित कर दिया था। भगोड़ा घोषित करने के पीछे अब्बास का कोर्ट में नहीं पेश होना था। मुख्तार के बेटे अब्बास के खिलाफ आर्म्स एक्ट और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कई मामले दर्ज हैं।