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क्या राहुल गाँधी के यहाँ ईडी की छपेमानरी की तैयारी चल रही है? इस बात की जानकारी कोई और नहीं बल्कि राहुल गाँधी ने खुद ही दी है।उन्होंने कहा कि ‘चक्रव्यूह’ भाषण के बाद उनके यहां ईडी की छापेमारी की तैयारी चल रही है।राहुल गाँधी के इस दावे के बाद कई तरह के सवाल भी उठने लगे हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जाहिर है, 2 में से किसी को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के ‘अंदरूनी लोगों’ ने मुझे बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। बांहें फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं, चाय और बिस्कुट मेरी तरफ से।” नेता प्रतिपक्ष ने इस पोस्ट में प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक एक्स हैंडल को भी टैग किया है।
बता दें कि राहुल गांधी ने 29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि देश के किसान, मजदूर और युवा डरे हुए हैं। उन्होंने कमल के प्रतीक को प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की और दावा किया कि 21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है।
राहुल गांधी ने कहा, “जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया है, उससे करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंचा है। हम इस चक्रव्यूह को तोड़ेंगे। इसे तोड़ने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है। जिससे आप सब डरते हैं। I.N.D.I.A इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा। इसी सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने महाभारत युद्ध की चक्रव्यूह संरचना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसमें डर, हिंसा होती है और अभिमन्यु को फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। उन्होंने चक्रव्यूह को पद्मव्यूह बताते हुए कहा कि यह एक उल्टे कमल की तरह होता है।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है, वो भी लोटस की शेप में है, जिसको आजकल पीएम मोदी छाती पर लगाकर घूमते हैं। अभिमन्यु को 6 लोगों ने मारा था, जिनके नाम द्रोण, कर्ण, कृपाचार्य, कृतवर्मा, अश्वत्थामा और शकुनी थे। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। चक्रव्यूह के बिल्कुल सेंटर में, 6 लोग कंट्रोल करते हैं, जैसे उस टाइम 6 लोग कंट्रोल करते थे, वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं।
राहुल गांधी के इस बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उन्हें टोका और कहा कि जो शख्स इस सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम न लिया जाए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर वो चाहते हैं कि वो अजित डोभाल, अडानी और अंबानी का नाम न लें तो वो नहीं लेंगे।