सीमा पर सुरक्षा में डटे हमारे सैनिकों का मनोबल तब और ज्यादा बढ़ जाता है जब कि इसकी सुरक्षा और इसकी आक्रामकता को बढ़ाने के लिए अस्त्र-शस्त्र और दूसरी सैन्य सामग्रियां इन्हें ससमय प्रदान की जाती है। दुश्मनों की तरफ से दनदनाती आने वाली गोलियों और तोपों से दागे जाने वाले गोलों तक से हमारे जवानों को बचाने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की कानपुर यूनिट ने एक ऐसा बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार किया है जो देश का अबतक का सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट है। डीआरडीओ की ओर से इस जैकेट का परीक्षण भी किया जा चुका है।यह सुरक्षा प्रदान करने वाले सभी मानकों पर खरा उतरा है।
नई डिजाइन और निर्माण सामग्री से निर्मित है यह स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की कानपुर यूनिट ने हाई लेवल के हमारे जवानों को खतरे से सुरक्षा प्रदान करने के लिए देश में सबसे हल्की बुलेटप्रूफ जैकेट विकसित की है।यह जैकेट एक नए डिजाइन दृष्टिकोण पर आधारित है, जहां नई प्रक्रियाओं के साथ आधुनिक निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया है।इस जैकेट का सफल परीक्षण चंडीगढ़ स्थित टर्मिनल बैलिस्टिक रिसर्च लेबोरेटरी (टीबीआरएल) में किया गया है।रक्षा मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी कर इस बुलेट प्रूफ जैकेट की खासियतों के बारे में जानकारी दी गई। डीआरडीओ ने इस नए विकसित जैकेट को देश में अब तक का सबसे हल्की बुलेटप्रूफ जैकेट माना है। इस जैकेट में नई तकनीक के साथ-साथ कुछ ऐसी चीजें भी लगाई गई है, जिससे इसका वजन पहले के मौजूद बुलेट प्रूफ जैकेट की तुलना में कम हो गया है।वजन में कम होने के बावजूद भी देश का यह सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट जवानों को छह हाई लेवल के खतरे से बचाने में सक्षम है।
7.62 X 54 आरएपीआई वाला है यह जैकेट
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण डीआरडीओ के रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान, कानपुर द्वारा किया गया है। यह बुलेटप्रूफ जैकेट 7.62 X 54 आरएपीआई गोला बारूद के खिलाफ सुरक्षा मुहैया कराने में सक्षम है।
पहनने में आसान और पहनकर युद्ध करने में आरामदेह है नया बुलेट प्रूफ जैकेट
रक्षा मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस नए बुलेट प्रूफ जैकेट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे पहनने और पहनकर युद्ध करने में भी सुरक्षा बलों के जवानों को आसानी रहेगी। गौरतलब है कि वर्तमान में सुरक्षाबलों के जवान जिस जैकेट का इस्तेमाल करते हैं वह वजन में काफी भारी रहता है।ऐसे में लगातार पहनकर ड्यूटी करने में कड़ी मशक्कत भी करनी पड़ती है।डीआरडीओ की ओर से नए बुलेट प्रूफ जैकेट की तस्वीर भी जारी की गई है।
भारत ने हाल ही में किया बैलिस्टिक मिसाइल का भी परीक्षण
मंगलवार को एक तरफ डीआरडीओ ने देश में सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट की तस्वीर जारी की तो दूसरी ओर भारत ने मंगलवार को ही मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के एक नए संस्करण का सफल परीक्षण किया।सामरिक बल कमान के तहत इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। सफल परीक्षण के साथ ही मिसाइल ने इस्तेमाल की गई नई तकनीक को भी मान्य बनाया।हालांकि, यह मिसाइल ‘अग्नि’ श्रेणी की हथियार प्रणालियों से संबंधित नहीं है।
डीआरडीओ ने क्रूज मिसाइल का भी किया सफल परीक्षण
हाल ही में डीआरडीओ ने एक क्रूज मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया था। डीआरडीओ ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से देश में विकसित किए क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। परीक्षण के बाद डीआरडीओ ने एक बयान जारी किया था और इस परीक्षण को सफल बताया था। रक्षा के क्षेत्र में तेजी से नए-नए अनुसंधान में प्रवृत्त होने के लिए डीआरडीओ को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बधाई दी है।