न्यूज डेस्क
दिल्ली-एनसीआर में हवा एक बार फिर जानलेवा हो गई है। प्रदूषण का आलम यह है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दोबारा 500 के करीब पहुंच गया है। शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआई वापस “गंभीर” श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गया। चौबीस घंटे के भीतर ही इसमें 108 अंकों की वृद्धि हो गई। राजधानी के 18 इलाकों की हवा तो “गंभीर” श्रेणी में पहुंच भी गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 500 के पार चला गया है।
राजधानी में बिगड़ती प्रदूषण की स्थिति पर सीएक्यूएम ने साफ किया है कि ग्रैप-3 को दोबारा लाने का निर्णय आज होगा। प्रदूषण के हालात को देखते हुए सीएक्यूएम की सब कमिटी ने इमरजेंसी बैठक की। इसमें मौसम विभाग से आगे की स्थिति का हाल लिया गया। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदूषण की स्थिति में जल्द सुधार होने के आसार हैं। पूर्वानुमान के अनुसार 1 से 3 दिसंबर तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहेगा। इसके बाद भी अगले छह दिन प्रदूषण खराब स्थिति में रह सकता है।
मानकों के मुताबिक, हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए हितकर माना जाता है। गुरुवार को दिल्ली और एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 331 और पीएम 2.5 का स्तर 202 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा। यानी दिल्ली और एनसीआर की हवा में मानकों से सवा तीन गुना ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।