नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ई़डी) ने शराब घोटाले में शुक्रवार को छापेमारी की है। ईडी के अधिकारियों ने दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में 35 ठिकानों पर रेड मारी है। इस मामले में पहले भी सीबीआई और ईडी ने छापेमारी की है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर और बैंक लॉकर की तलाशी भी शामिल है। शराब घोटाला केस में विजय नायर और समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दिल्ली शराब घोटाले के तार पंजाब और हैदराबाद से जुड़ने के संकेत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी को दिल्ली के शराब घोटाले के तार आंध्र प्रदेश और पंजाब से भी जुड़ने के संकेत मिले हैं। इसलिए अब उन जगहों पर भी छापेमारी करके सबूत तलाशने की कोशिश की जा रही है। समीर महेंद्रू से पूछताछ में भी कई अहम जानकारी मिलने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि छापेमारी राजनीति से जुड़े कुछ लोगों, शराब कारोबारियों और पूर्व अधिकारियों के घर पर छापेमारी की जा रही है।
Enforcement Directorate (ED) is carrying out searches at nearly three dozen locations in Delhi and Punjab in connection with Delhi Excise Policy case. pic.twitter.com/TfIcX5rx2J
— ANI (@ANI) October 7, 2022
एलजी की सिफारिश पर सीबीआई ने दर्ज किया था मामला
गौरतलब है कि उपराज्यपाल की सिफारिश पर दिल्ली में शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर सीबीआई ने केस दर्ज किया था। बाद में ईडी ने भी जांच शुरू की। जांच एजेंसियों ने इस केस में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया है। सीबीआई सिसोदिया के घर पर छापेमारी कर चुकी है। उनके बैंक लॉकर की भी तलाशी ली गई थी।
केजरीवाल ने ट्वीट कर भाजपा पर किया हमला
500 से ज़्यादा रेड, 3 महीनों से CBI/ED के 300 से ज़्यादा अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं- एक मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ सबूत ढूँढने के लिए। कुछ नहीं मिल रहा। क्योंकि कुछ किया ही नहीं
अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे देश कैसे तरक़्क़ी करेगा? https://t.co/VN3AMc6TUd
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 7, 2022
रेड को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बार फिर मनीष सिसोदिया को क्लीनचिट दी। केजरीवाल ने लिखा, ‘500 से ज्यादा रेड, 3 महीनों से CBI/ED के 300 से ज्यादा अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं- एक मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए। कुछ नहीं मिल रहा। क्योंकि कुछ किया ही नहीं। अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा?’