बरसात के मौसम में घरों में उमस बढ़ जाना आम बात है।गर्मी और मानसून के दौरान घर में नमी का बढ़ना न सिर्फ असुविधाजनक होता है, बल्कि इससे सीलन, दुर्गंध और एलर्जी जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं।अगर आपको लगता है कि सिर्फ एसी या कूलर चलाने से उमस से छुटकारा मिल जाएगा तो आप पूरी तरह सही नहीं है। एसी या कूलर थोड़ी राहत तो देते हैं, लेकिन ये ज्यादा असरदार साबित नहीं हो पाते। इस चिपचिपी गर्मी के कारण न सिर्फ पसीना ज्यादा आता है, बल्कि दिनभर चिपचिपाहट महसूस होती है।
ऐसे हालात में एक खास उपकरण काफी मददगार साबित हो सकता है।यह उपकरण है डीह्यूमिडिफायर।दरअसल, बारिश के मौसम में उमस दूर करने के लिए यह डिवाइस एसी या कूलर से ज्यादा असरदार दिखता है।
एक dehumidifier एक ऐसा उपकरण है जो कमरे से हवा में मौजूद अतिरिक्त नमी को हटाकर काम करता है। यह हवा को खींचता है, उसे ठंडा करता है, जिससे नमी पानी में बदल जाती है और फिर सूखी हवा को वापस कमरे में भेजता है।
dehumidifier निम्नलिखित तरीके से काम करता है,
1. हवा को खींचना,
dehumidifier हवा को एक पंखे की मदद से खींचता है जो कमरे से नमी से भरी हवा को अंदर खींचता है।
2. ठंडा करना,
हवा एक ठंडी कॉइल के ऊपर से गुजरती है, जिससे हवा में मौजूद नमी पानी की बूंदों में संघनित हो जाती है।
3. नमी को निकालना,
संघनित पानी को एक बाल्टी या टैंक में एकत्र किया जाता है, जो बाद में खाली कर दिया जाता है.
4. सूखी हवा को वापस भेजना,
अब शुष्क हवा को गर्म किया जाता है और इसे कमरे में वापस भेज दिया जाता है.
डीह्यूमिडिफायर के बहुत सारे फायदे हैं। यह आपके घर से अतिरिक्त नमी हटाकर हवा को अधिक आरामदायक और ताजगी भरा बना देता है। इसके इस्तेमाल से घर में नमी के कारण बनने वाले फफूंद पर नियंत्रण पाया जा सकता है, जिससे एलर्जी और सांस संबंधी परेशानियों में राहत मिलती है।घर में सीलन और दुर्गंध जैसी समस्याएं भी इस डिवाइस की मदद से काफी हद तक कम हो जाती हैं।
डीह्यूमिडिफायर एसी की तुलना में कहीं ज्यादा किफायती होता है।
मार्केट में डीह्यूमिडिफायर की शुरुआती कीमत करीब 6,000 रुपये होती है, जबकि एक सामान्य एयर कंडीशनर की कीमत लगभग 30,000 रुपये तक जाती है।इस हिसाब से देखा जाए तो डीह्यूमिडिफायर, एयर कंडीशनर की तुलना में पांच गुना सस्ता विकल्प है.