न्यूज डेस्क
बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र डीप डिप्रेशन में बदल गया। इस तूफान का नाम मिचौंग रखा गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि तीन दिसंबर को यह एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। इसके परिणामस्वरूप तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों और आंतरिक हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग के मुताबिक 3 दिसंबर से तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। 5 दिसंबर की सुबह तूफान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम तट को पार करेगा। उस समय तूफान की गति 80-90 किमी प्रति घंटे होगी। यह 100 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है। चक्रवात के असर से नागपट्टनम जिले के वेलानकन्नी बीच पर समुद्र 100 मीटर पीछे चला गया है, जहां किनारे की चौड़ाई बढ़ गई है। वहीं, तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र 18 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और एक गहरे दबाव में तब्दील हो गया। यह सुबह 5:30 बजे पुडुचेरी से लगभग 500 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, चेन्नई से 510 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, नेल्लोर से 630 किमी दक्षिणपूर्व और मछलीपट्टनम से 710 किमी दक्षिणपूर्व में केंद्रित था। अगले 24 घंटे में इसके पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और दक्षिणपश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात मिचौंग में बदलने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान मिचौंग के खतरे को देखते हुए पूर्वी तटीय रेलवे ने एहतियातन 54 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इनमें पूर्वी तटीय रेलवे जोन से चलने वाली या गुजरने वाली एक्सप्रेस, मेल, सवारी गाड़ी और विशेष ट्रेनें शामिल हैं। ट्रेनों को 2 से 7 दिसंबर तक रद्द किया गया है। रेलवे ने यात्रियों को भी सलाह दी है कि यात्रा पर निकलने से पहले ट्रेनों के संचालन की स्थिति की जांच कर लें। रद्द की गई ट्रेनों में बरौली-कोयंबटूर साप्ताहिक, धनबाद-अल्लपुझा एक्सप्रेस भी शामिल है।
वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री जगन ने अधिकारियों को तैयार रहने और प्रभावित लोगों को तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने सहित राहत शिविरों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।