बीरेंद्र कुमार
बीजेपी से अलग होकर आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन से गठबंधन कर भी नीतीश कुमार ने अपने मुख्यमंत्री की कुर्सी को बरकरार रखा था। लेकिन आरजेडी की नजर बराबर इस मुख्यमंत्री की कुर्सी पर लगी रही। तेजस्वी और लालू प्रसाद जैसे बड़े नेताओं तो चुप्पी साधे रहे लेकिन आरजेडी के दूसरे कई नेता अपने बयानों के जरिए लगातार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से धकेल कर उसकी जगह तेजस्वी को कुर्सी पर बैठाने के प्रयास में लगे रहे। अब जेडीयू ने भी आरजेडी के विरुद्ध अपना कमर कस लिया है। जेडीयू के तरफ से भी नीतीश कुमार चुप्पी साधे रहते हैं,लेकिन जेडीयू के दूसरे नेता आरजेडी पर हमला कर मानो आरजेडी को चुनौती दे रहे हों कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अभी नीतीश बाबू ही रहेंगे। अब आरजेडी कोटे से नीतीश मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री बने चंद्रशेखर के रामचरित मानस को लेकर दिए विवादास्पद बयान को लेकर जेडीयू पूरी तरह से उनपर हमलावर हो गई है ,जिससे जेडीयू और आरजेडी के बीच की खाई चौड़ी होती जा रही है,गठबंधन की गांठ ढीला पड़ता जा रहा है। कांग्रेस के साथ अब जेडीयू भी रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने वाले चंद्रशेखर के खिलाफ मजबूती के साथ खड़ी हो गई है।
सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के खिलाफ कारवाई हो
रामचरितमानस विवाद को लेकर जेडीयू और आरजेडी नेता आमने सामने आ गए हैं। शनिवार को एक तरफ जहां जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने पटना के विभिन्न हनुमान मंदिरों में मानस पाठ किया तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने खुले तौर पर कह दिया है कि आरजेडी के नेता बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के खिलाफ कार्यवाही नहीं होना इस बात को साबित करता है।
इन मुद्दों का सीधा फायदा बीजेपी को
जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने खुले तौर पर कहा कि आरजेडी के लोग बीजेपी को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। रामचरितमानस के विषय पर बात करने का मतलब है कि आरजेडी नेता अब खुले तौर पर बीजेपी की पिच पर जाकर उनके लिए खेल रहे हैं। इन मुद्दों का सीधा फायदा बीजेपी को पहुंच रहा है। उन्होंने जिस विषय पर कहा उस पर बहस होगी तो वह एजेंडा बीजेपी का होता है। यह तो बीजेपी के मैदान में जाकर उनकी पिच पर खेलने जैसा हो गया।
आरजेडी वाले कहीं अंदर खाने बीजेपी से तो मिले हुए नहीं
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी के फायदा के लिए आरजेडी के लोग ऐसे बयान दे रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने खुद कहा है कि सुधाकर सिंह का बयान बीजेपी के अनुकूल है। सुधाकर सिंह बोले या शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बोले इस पर आरजेडी को कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे नेताओं पर कार्रवाई नहीं होना बड़े दुख की बात है। ऐसी परिस्थिति में इन लोगों की बयानबाजी पर रोक नहीं लगने से जनता को आशंका रहती है कि आरजेडी वाले कहीं अंदर खाने बीजेपी से तो मिले हुए नहीं हैं!
आरजेडी ने सार्वजनिक बयानबाजी न करने की दी नसीहत
उपेंद्र कुशवाहा के इस आक्रामक बयान को देखते हुए आरजेडी ने उपेंद्र कुशवाहा को सार्वजनिक बयानबाजी न करने की नसीहत दी है।आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को इस विषय पर बात करनी है, तो वे आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व यानी लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से बात कर ले। उन्हें मीडिया के माध्यम से बातें नहीं करनी चाहिए। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन सरकार की स्थिति ऑल इज वेल है, भगवान श्री राम सभी के आराध्य हैं और उनके जीवन दर्शन को अपने चरित्र में उतारना चाहिए।