बीरेंद्र कुमार झा
राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा का चुनाव होना है। राजनीतिक दल अभी से ही शह और मात के खेल में जुट गए हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में एक बार फिर से कांग्रेस चुनाव जीतेगी। कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि राजस्थान का चुनाव एकजुट होकर लड़ा जाएगा।यह बात दिगर है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लगातार कलह की स्थिति बनी हुई है।कांग्रेस पार्टी लगातार दोनों के बीच के इस कलह को सुलझाने में लगी हुई है।खुद राहुल गांधी ने इस मामले में पहल करते हुए सचिन पायलट से मुलाकात की थी आर्तव कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ से जयराम रमेश ने कहा था कि पार्टी सर्वोपरि है। उन्होंने कहा था कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
सचिन पायलट ने दिखाए फिर से बगावती तेवर
राजस्थान चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा राजस्थान के अपने दो बड़े नेताओं के बीच लंबे समय से जारी गतिरोध को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर राहुल गांधी की मौजूदगी में दिल्ली में राजस्थान की सियासत को लेकर काफी देर तक चर्चा हुई। इस चर्चा को लेकर हुई बैठक में सचिन पायलट भी मौजूद थे । बैठक में लगने लगा था कि काफी लंबी उलझन के बाद राजस्थान कांग्रेस में दोनों बड़े नेताओं अधिक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का जारी विवाद सुलझ गया है, लेकिन दिल्ली में हुई सुलह के दो दिन बाद ही सचिन पायलट ने फिर से अपने बगावती तेवर दिखा दिए। सचिन पायलट ने साफ-साफ कहा है कि वह अपनी मांगों से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करेंगे।
सचिन पायलट ने दिया अल्टीमेटम
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार को लेकर सचिन पायलट जरा भी डिगने को तैयार नहीं है। वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सचिन पायलट का अल्टीमेटम 31 मई को ही खत्म हो गया है। सचिन पायलट ने राजस्थान सरकार को तीन मांग सौंपी थी। खबर है कि अशोक गहलोत ने उनकी मांगों को नजरअंदाज कर दिया है ऐसे में सचिन पायलट ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी तो राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ देंगे।
सहमति के बाद विरोध
गौरतलब है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कांग्रेस के पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कांग्रेस ने बीते सोमवार को यह कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हो गए हैं।उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा।पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं। लेकिन अपने उठाए मुद्दों पर पीछे नहीं हटने की सचिन पायलट की बात ने चुनाव से पहले साफ कर दिया है कि राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गजों के बीच का विवाद अभी थमा नहीं है।