कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दल बीजेपी और पीएम मोदी को मणिपुर के मुद्दे पर घेरते रहते हैं।अब पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे की बात सामने आने पर कांग्रेस एक बार फिर से मणिपुर मुद्दे पर उन्हें घेरने में जुट गई है।कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित यूक्रेन दौरे को लेकर उन पर तंज कसते हुए रविवार 28 जुलाई 2024 को पूछा है कि क्या वह यूरोपीय राष्ट्र की अपनी यात्रा से पहले जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर राज्य का दौरा करेंगे या बाद में ?
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में भाग लेते हैं, जिसकी अध्यक्षता स्वयंभू गैर-जैविक प्रधानमंत्री करते हैं।फिर मणिपुर के मुख्यमंत्री उसी देवता की अध्यक्षता में बीजेपी के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में भाग लेते हैं।मणिपुर के लोग जो सरल प्रश्न पूछ रहे हैं, वह यह है कि क्या एन. बिरेन सिंह ने नरेंद्र मोदी से अलग-अलग मुलाकात की और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की, जो 3 मई 2023 की रात से जल रहा है।
जयराम रमेश ने आगे पूछा कि क्या एन बिरेन सिंह ने नरेंद्र मोदी को यूक्रेन की यात्रा से पहले या बाद में मणिपुर आने के लिए आमंत्रित किया था? गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री पर इस बात को लेकर हमले कर रही है कि उन्होंने अभी तक मणिपुर राज्य का दौरा क्यों नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा 24 अगस्त को प्रस्तावित है।बताया जा रहा है कि इस दौरे पर वह यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेस्की से मुलाकात करेंगे और कई मुद्दों पर बात करेंगे।फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद से यह पीएम मोदी का पहला यूक्रेन दौरा है।यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेस्की विश्व के उन नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने जून में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी के जीतने पर उन्हें बधाई दी थी। प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल की पहली द्विपक्षीय यात्रा रूस की थी, जिसे ज़ेलेस्की ने ‘शांति प्रयासों के लिए विनाशकारी झटका’ बताया था।तब पश्चिमी देशों ने यूक्रेन युद्ध के बावजूद रूस से तेल खरीदना जारी रखने के लिए भारत की आलोचना भी की थी।इसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 24 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा प्रस्तावित हुई है।