लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद अब कांग्रेस पार्टी इस सफलता को और बढ़ाने के उद्देश्य से पार्टी संगठन में व्यापक बदलाव की तैयारी कर रही है।जल्द ही कांग्रेस पार्टी कई राज्यों की प्रदेश अध्यक्ष तक में बदलाव कर सकती है।तेलंगाना में रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री और अध्यक्ष दोनों पद सम्भाल रहे हैं।ऐसे में कांग्रेस पार्टी द्वारा बड़े पैमाने पर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी को देखते हुए यह उम्मीद जताई जा रही है कि रेवंत रेड्डी अब जल्दी ही तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल गए झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम की जगह भी नई नियुक्ति कर सकती है। संगठनात्मक बदलाव को लेकर कांग्रेस का पहला फोकस महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखण्ड पर है, जहां इस वर्ष विधानसभा का चुनाव होना है।
लोकसभा चुनाव में अपने और इंडिया गठबंधन के प्रदर्शन को संतोषजनक मान रही कांग्रेस पार्टी जिम्मेवारी तय करते हुए भी संगठन में बदलाव की तैयारी कर रही है।सबसे पहले करीब आधा दर्जन से ज़्यादा प्रभारी महासचिवों को बदलने की तैयारी है।महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान, हरियाणा के नतीजों को पार्टी आलाकमान ने बेहतर माना है, इसलिए यहां के प्रदेश अध्यक्ष अपने पदों पर फिलहाल बने रहेंगे।
पंजाब की राजनीति में सक्रिय होने की इच्छा जता चुके राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा अबकी बार संसद का चुनाव भी जीत चुके हैं, इसलिए वे भी बदले जाएंगे।वहीं दिल्ली और हरियाणा के प्रभारी दीपक बावरिया, उड़ीसा और तमिलनाडु के प्रभारी अजॉय कुमार से एक-एक राज्य का प्रभार लेकर वहां इसकी जिम्मेदारी दूसरे नेताओं को सौंपी जाएगी।
इसके अलावा चुनावों के दौरान अरविंदर सिंह लवली के बीजेपी में जाने पर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए देवेंद्र यादव अब इसी पद पर फोकस करेंगे और पंजाब के प्रभारी का पद अन्य नेताओं को दिया जाएगा।इसके अलावा हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, छत्तीसगढ़ अध्यक्ष दीपक बैज,बिहार अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, झारखण्ड अध्यक्ष राजेश ठाकुर, उत्तराखण्ड अध्यक्ष करन सिंह माहरा, शून्य नतीजे वाले एमपी अध्यक्ष जीतू पटवारी, अपना चुनाव हारने वाले बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पर बदले जाने की तलवार लटक रही है।
तेलंगाना में मुख्यमंत्री और अध्यक्ष दोनों पद सम्भाल रहे रेवंत रेड्डी अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं।साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल गए झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम की जगह भी नई नियुक्ति होगी। कांग्रेस का पहला फोकस महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखण्ड पर है, जहां विधानसभा के चुनाव हैं।सूत्रों की मानें तो 3 जुलाई को संसद का विशेष सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस पार्टी संगठनात्मक बदलाव की घोषणा कर देगी।