विकास कुमार
कांग्रेस अपनी पुरानी ताकत को हासिल करने की पूरी कोशिश कर रही है। बीजेपी की पसमांदा रणनीति को कुंद करने के लिए कांग्रेस ने जय जवाहर जय भीम अभियान चलाया है। इस अभियान के जरिए कांग्रेस दलित और मुसलमानों के बीच पैठ बनाने की कोशिश करेगी। इस अभियान की शुरुआत देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश से की गई है। इसे कांग्रेस का ‘डी-एम’ फॉर्मूला भी कहा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा ने जय जवाहर जय भीम अभियान की शुरुआत की है। दलित-मुस्लिम गठजोड़ को सफल बनाने के लिए दो तरह की रणनीति तैयार की गई है। पहली रणनीति एक सप्ताह में एक लाख दलितों के घर अल्पसंख्यक विभाग के कार्यकर्ताओं को भेजने की है। वहीं दूसरी रणनीति दलित परिवार के लोगों को एक तस्वीर के जरिए साधने की है। इस तस्वीर में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर संविधान की प्रति पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को सौंप रहे हैं और उस फोटो में पंडित जवाहर लाल नेहरू भी मौजूद हैं।
राजनीतिक जानकार कांग्रेस के जय जवाहर-जय भीम अभियान को मायावती के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिशों के रूप में भी देख रहे हैं लेकिन इसमें कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी के मुस्लिम वोटों में भी सेंध लगने का