न्यूज़ डेस्क
मोदी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त है। पिछले 9 सालों में एक भी भ्रष्टाचार के मामले सामने नहीं आये जबकि कांग्रेस की सरकार की बुनियाद ही भ्रष्टाचार पर टिकी थी। जिधर देखों उधर ही घोटाला। कुछ इसी तरह के बयान प्रधानमंत्री मोदी से लेकर बीजेपी के कई नेता देते रहे हैं। लेकिन अब जब कैग की रिपोर्ट एक के बाद एक सामने आने लगी है तो सिक्के का दूसरा पहलु भी दिखने लगा है। अब तो कहा ये जा रहा है कि मोदी सरकार ने सभी एजेंसियों को अपने कैद में कर रखा है इसी वजह से घोटाले की कहानी सामने नहीं आ रही है। लेकिन जैसे ही सरकार बदलेगी घोटालों की सूची लम्बी होगी। कहा तो यह भी जा रहा है कि घोटाले उजागर नहीं हो इसलिए बीजेपी की मौजूदा सरकार किसी भी तरह से सत्ता में बने रहना चाहती है। हालांकि ये सब राजनीतिक बयान हो सकते हैं लेकिन इतना तो साफ़ है कि देश के नेता बिना भ्रष्टाचार किये रह जाए यह संभव नहीं। भारत के नेताओं के चरित्र को कौन नहीं जनता !
लेकिन इन तमाम बातों के बीच कैग की कई रिपोर्ट सामने आ भी गई है जिसमे भारी घोटाले और अनियमितता की कहानी सामने आ रही है। भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक- सीएजी की रिपोर्ट से कई सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं में भारी अनियमितताओं के खुलासे पर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने पीएम मोदी से इन महाघोटालों पर चुप्पी तोड़ने और देश को जवाब देने की मांग की है। कांग्रेस ने पूछा कि क्या सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और मंत्री पर कोई कार्रवाई होगी?
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, देश में मोदी विरोधी एक संस्था है। यह इंटरनेशनल साजिश में शामिल है। इस संस्था का नाम है- सीएजी। इस संस्था ने मोदी सरकार के 7 बड़े घोटालों का पर्दाफाश किया है। मोदी जी को तत्काल इस संस्था पर ताला लगवाना चाहिए और रिपोर्ट निकालने वालों को जेल भेजने का काम करना चाहिए। इन्हें लगता है कि देश में प्रजातंत्र है।“
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ”यह घोटालों का बड़ा मुद्दा है। सरकारी खातों की ऑडिटिंग करने वाली सीएजी ने सात घोटाले उजागर किए हैं। इसमें भारतमाला प्रोजेक्ट की बिडिंग में फर्जीवाड़ा, द्वारका एक्सप्रेस-वे में 1 किमी. सड़क बनाने की लागत बढ़ाकर 250 करोड़ करना, टोल नियमों का उल्लंघन कर एनएचएआई द्वारा जनता से 132 करोड़ वसूलना, आयुष्मान भारत योजना के 7.5 लाख लाभार्थियों का एक ही नंबर से लिंक होना, अयोध्या डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में ठेकेदारों को अनुचित लाभ देना, ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा पेंशन स्कीम का पैसा प्रचार में खर्च करना और एचएएल पर विमान इंजन की डिजाइन-प्रोडक्शन में गंभीर खामी के आरोप, जिससे 154 करोड़ का नुकसान शामिल है।
भारतमाला परियोजना और द्वारका एक्सप्रेसवे में अनियमितताओं का हवाला देते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि दोनों परियोजनाओं की लागत बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे में 1 किमी सड़क बनाने के लिए 250 करोड़ रूपए खर्च किए गए। इस एक्सप्रेस-वे में 2 किलोमीटर सड़क जितने में बनी, उतने पैसे में मंगलयान मंगल ग्रह पर जा पहुंचा। इस सड़क को दुनिया का आठवां अजूबा घोषित कर देना चाहिए और उसे देखने के लिए टिकट लगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आयुष्मान भारत योजना, अयोध्या विकास परियोजना के कार्यों और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की योजनाओं और परियोजनाओं में सीएजी द्वारा चिह्नित अनियमितताओं का जिक्र करते हुए कहा कि PM मोदी से हमारे सवाल हैं कि इन घोटालों पर चुप्पी तोड़ेंगे या नहीं? क्या सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और मंत्री पर कोई कार्रवाई होगी? आयुष्मान भारत के लाभार्थियों का पैसा किसने गबन किया? ग्रामीण विकास मंत्रालय ने पेंशन स्कीम का पैसा अन्य योजनाओं के प्रचार में क्यों खर्च किया? अयोध्या डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में ठेकेदारों को अनुचित लाभ कौन पहुंचा रहा है?
सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि वह कुछ भी गलत नहीं करते हैं और उन्होंने ईमानदारी की छवि बनाई है, लेकिन सीएजी रिपोर्ट इस पर सवाल उठाती है। और कहती है कि यह एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश होनी चाहिए। उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि सारे घोटाले आपकी नाक के नीचे हो रहे हैं। क्या आप अपनी चुप्पी तोड़ेंगे? बता दें कि सीएजी ने केंद्र सरकार की कई योजनाओं और परियोजनाओं में अनियमितताओं को उजागर किया है, जिसके बाद से विपक्षी दल भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं।
