जिस उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा उम्मीद लगाई थी, उस उत्तर प्रदेश ने ही बीजेपी की लुटिया डूबा दी। कहां तो बीजेपी यहां की सभी 80 लोकसभा सीटें पर जीत की उम्मीद लगाए हुई थी,और कहां चुनाव परिणाम आने पर यह 2019 ईस्वी की लोकसभा चुनाव में जीती अपनी सभी 63 सीटों को ही बचा पाई।लोकसभा चुनाव 2024 में यह सरककर 33 सीटों पर सिमट गई।यहां तक कि जिस समाजवादी पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में बमुश्किल 5 सीटें प्राप्त हुई थी, उसने भी बीजेपी को पीछे छोड़ते हुए 37 सीटें जीत ली जिसका नतीजा यह हुआ कि बीजेपी अपने आप में पूर्ण बहुमत नहीं ला पाई और अब इसे बैसाखी के सहारे ही केंद्र की अपनी सरकार चलानी होगी। हो न हो उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव में भी यही रंग दिख जाए,इसलिए सीएम मोदी ने अभी से ही एक्शन लेना शुरू कर दिया।शनिवार को मंत्रियों की बैठक आहूत कर उन्हें दो टूक कह दिया कि मंत्री हो या विधायक वीआइपी कल्चर को छोड़कर जनता जनार्दन की सेवा में लग जाएं। हमारे लिए जनहित सर्वोपरि है।ऐसे में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों की समस्याओं, अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का समाधान होना ही चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे शासन और प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए समस्याओं का समाधान करें और जहां भी काम करने में समस्या आए,वहां की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को दिया जाए तो उन्हें वहां से पूरा सहयोग मिलेगा और जनहित के सारे कार्य समय पर संपन्न हो सकेगा।
सरकार की नीतियां जन तक पहुंचाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने पर उन्हें बधाई दी।साथ ही उन्होंने सांसद निर्वाचित होने वाले मंत्रियों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 10 वर्षों के शासनकाल में जिस तरह उत्तर प्रदेश में विकास को रफ्तार मिली है,उससे आने वाले वर्षों में हम अनेक नए कीर्तिमान रचने में सफल होंगे। सभी मंत्री केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाएं।डबल इंजन सरकार की नीतियों, निर्णयों और उनके सकारात्मक परिणाम से जनता को अवगत कराएं
केंद्रीय मंत्रियों से संपर्क में रहने के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार $1 ट्रिलियन इकॉनमी के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है।मंत्रियों की जिम्मेदारी है कि वह लक्ष्य के अनुरूप प्रगति की समीक्षा करें।जहां गड़बड़ी हो वहां तत्काल सुधार कराएं।वहीं भावी कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में वृहद पौधारोपण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण के कार्यक्रम होने हैं। इनकी सफलता के लिए सभी को प्रयास करना होगा। सीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही समाप्त होने वाली है। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में जारी धनराशि को सही से खर्च किया जाए।विभागीय मंत्री स्वयं भारत सरकार के मंत्रीगणों से संवाद करें।केंद्रांश के अभाव में परियोजना बाधित न रखें। नियमानुसार राज्यांश जारी कर कार्य जारी रखा जाए।सभी विभाग शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर भेजना भेजें।
आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर ध्यान देने के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आम जन की शिकायतों/समस्याओं के सहज समाधान के लिए जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) और सीएम हेल्पलाइन अत्यंत उपयोगी है। मंत्री हो या अन्य जनप्रतिनिधि या फिर अधिकारी/कर्मचारी, हर किसी की यह जिम्मेदारी है कि आईजीआरएस पर मिले आवेदनों का प्राथमिकता के साथ त्वरित निस्तारण किया जाए। आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर आने वाले आवेदनों को लेकर थाना, तहसील और जिला स्तर की कार्रवाई की मंत्री भी समीक्षा करें।उन्होंने मंत्रिपरिषद की बैठकों के लिए ई- कैबिनेट व्यवस्था और सभी विभागों में ई- ऑफिस के लिए भी जोर दिया।