यूपी कांवड़ यात्रियों के रास्ते में पड़ने वाली दुकानों पर संचालकों को अपना नाम लिखना होगा। यह फैसला कांवड यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए लिया गया है। कांवड़ मार्ग में हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचनेवालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।यूपी में मुजफ्फर नगर जिले में दुकानों और ठेलों पर मालिकों के नाम लिखे होने को लेकर यह कार्रवाई शुरू हुई थी,लेकिन अब इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है।
योग साधना केंद्र के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज ने कांवड़ रास्ते पर पड़ने वाले मुस्लिम होटल संचालक के नाम न लिखे जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।उनका कहना था कि मुस्लिमों ने हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर कांवड़ मार्ग में होटल खोल रखा है।इससे श्रद्धालु भ्रमित होकर वहां खाना खाने चले जाते हैं।इन होटलों में सुचिता पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता है,जिससे कांवड़ यात्रियों की आस्था पर चोट लगता है,और अनावश्यक तनाव की स्थिति बनती है।पुलिस ने जब इसकी जांच कराई तो पता चला कि 8 मुस्लिम संचालकों ने अपने होटल हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर रखे थे।इसी के बाद मुजफ्फर नगर में एसएसपी अभिषेक सिंह ने मालिकों का का नाम लिखने की अपील की थी,जिसे मुख्यमंत्री ने अब अनिवार्य बनाते हुए इसे बढ़ाकर पूरे प्रदेश के लिए कर दिया है।
यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नाम लिखने के मामले में बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी का बयान आया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि एक सीमित प्रशासनिक दिशा-निर्देश के कारण इस तरह का असमंजस पैदा हुआ था।मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने जो भी सांप्रदायिक भ्रम पैदा हुआ था, उसका समाधान किया है।कांवड़ यात्रा की आस्था का, उसकी श्रद्धा, उसके सम्मान और उसकी सुरक्षा को लेकर किसी को कोई आपत्ति नहीं है।मेरा मानना है कि इस तरह के विषयों पर कम्यूनल कन्फ्यूजन पैदा करने की कोशिश नहीं करना चाहिए। इस तरह का कम्यूनल कन्फ्यूजन किसी मुल्क, मजहब, मानवता के लिए अच्छा नहीं है। आस्था का सम्मान और आस्था की सुरक्षा पर सांप्रदायिक सियासत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं खुद कांवड़ यात्रा लेकर गया हूं। इस दौरान रास्ते में नाम छिपाकर हिंदू देवी दर्शन के नाम पर होटल खोलने का चलन कई जगह देखने को मिला , कई कांवड़ यात्रियों की शिकायतें मिली कि इस तरह की चीजें दे रहे हैं।ऐसे में जो अच्छा लगे उसे अपना लो, जो बुरा लगे उसे जाने दो।आस्था का सम्मान और आस्था की सुरक्षा पर सांप्रदायिक सियासत नहीं होनी चाहिए।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस आदेश को ले कर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि ये पूरी तरह से अव्यवहारिक कार्य है।ये देश और समाज में भाईचारे की भावनाओं को खराब करने का कार्य कर रहे हैं। आपस में दूरी पैदा करने का कार्य कर रहे हैं। निश्चित तौर से इस आदेश को तत्काल निरस्त करना चाहिए तथा जिस अधिकारी ने ऐसी कार्रवाई की उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। लखनऊ में लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं। वहां हिंदू मुसलमान सभी लोग थे।जो लोग इस तरह का क्रूर कार्य कर रही हैं ,वे निश्चित तौर पर निष्ठुर और समाज को तोड़ने वाले लोग हैं।