- बीरेंद्र कुमार झा
शनिवार को पटना एयरपोर्ट पर उतरते ही एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान तमिलनाडु मसले पर राज्य सरकार और बिहार पुलिस के अधिकारियों पर जमकर भड़के। चिराग ने कहा कि तमिलनाडु से सामने आई तस्वीरें और वीडियो, अगर सही है तो ये बहुत चिंता का विषय है।में उन वीडियो की मैं पुष्टि नहीं करता हूं। पर यह जांच का विषय है।अगर वायरल हुआ एक भी वीडियो या एक भी तस्वीर ,जिसमें यह दिखाया जा रहा है कि वहां रह रहे बिहारियों को बर्बरता से पिटा जा रहा है सही है, तो इस मामले में कड़ाई के साथ कार्रवाई की जानी चाहिए।
पल्ला झाड़ने में लगे हैं मुख्यमंत्री
चिराग ने कहा कि कोई बिहारियों को दूसरे राज्यों में पीटे, इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। अफसोस इस बात का हो रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले में अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं। उन्होंने सिर्फ अपने अधिकारियों को निर्देश दे दिया कि आप वहां के अधिकारियों से बात कर लो। लेकिन, मुख्यमंत्री को अपने प्रदेश के लोगों की चिंता नहीं है। जबकि, ऐसी खबरें सामने आने के बाद उन्हें अपने से जानकारी लेनी चाहिए थी।मुख्यमंत्री पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि जब मैं,तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय और अधिकारियों से बात कर सकता हूं, तो नीतीश कुमार क्यों नहीं कर सकते? जब इन्हें प्रधानमंत्री बनना होगा तो यही नीतीश कुमार वोट मांगने के सबके दरवाजे पर जाएंगे।
तेजस्वी यादव पर भी साधा निशाना
चिराग पासवान ने इस मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लिया। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को घेरते हुए चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के साथी जन्मदिन पर केक कटवाने के लिए उनके पास चले जाएंगे। पर जब वहां बिहारियों को मारा-काटा जा रहा है, तो इस पर उनका मुंह नहीं खुल रहा है।
मुख्यमंत्री से दो कदम आगे हैं यहां के अधिकारी
पुलिस मुख्यालय के बयान पर चिराग पासवान ने यह कहकर निशाना साधा कि इनके अधिकारी भी गजब हैं। वो तो मुख्यमंत्री से भी दो कदम आगे बढ़कर बोलते हैं। दो घंटे नहीं लगे और कहने लगे कि वहां के अधिकारियों से हमारी बात हुई है। वहां के अधिकारी ने कहा कि वहां कुछ नहीं हो रहा है,और ये वही मान बैठे। कल को कोई हत्यारा कहेगा कि मैंने कोई हत्या नहीं की है? तो इस पर पुलिस बोलेगी कि, इसने हत्या नहीं की है। क्या इसी काम के लिए है बिहार की पुलिस !इस पर जांच नहीं करेगी वो! कोई काम नहीं करेंगे ये लोग! बिहार पुलिस ने बहुत हल्के में ये बयान दे दिया। वह भी बगैर कोई जांच दल को वहां भेजे। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री ने भी इस पर कोई बात नहीं की है। अगर भ्रामक बातें है तो क्या उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जो भारतीयों के बीच भेदभाव की भावना उत्पन्न कर रहे हैं! क्या शरारती तत्वों के ऊपर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? जो भारत की एकता और अखंडता को भंग करने में लगे हैं। इन्हें चिन्हित करना चाहिए।