न्यूज डेस्क
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आज बुधवार दोपहर नक्सलियों ने एक बड़ा हमला किया। इसमें 11 जवान शहीद हो गए। हमला दंतेवाड़ा के अरनपुर में किया है। सुरक्षाबलों की गाड़ी को आईईडी से निशान बनाया गया। इस हमले में एक ड्राइवर समेत दस जवान शहीद हुए हैं । राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर दुख जताते हुए नक्सलियों को अंजाम तक पहुंचाने की हुंकार भरी है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी बघेल से बात कर हालात की जानकारी ली है। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। गृह मंत्री शाह ने पिछले महीने ही छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके का दौरा किया था। वह फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस तक पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ मुहिम में जुटे जवानों का हौसला बढ़ाया था। उधर सीएम बघेल ने कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई अंतिम दौर में चल रही है। नक्सलियों को छोड़ा नहीं जाएगा। नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा।
उधर राज्य के पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी इस घटना पर दुख जताया है । उन्होंने कहा है कि यह बहुत दुखद घटना है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए हमले में 11 जवान शहीद हुए हैं। निश्चित रूप से नक्सलियों का यह कायराना हमला है। हमें आगे बढ़कर इस तरह के हमलों को रोकना चाहिए।
#WATCH | On reports of an IED attack by naxals on security personnel in Dantewada, claiming the lives of 11 personnel, Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel says, “There is such information with us. It is very saddening. My condolences to the bereaved families. This fight is in its last… https://t.co/n1YV67sIoi pic.twitter.com/CC8Dj0uAca
— ANI (@ANI) April 26, 2023
सूबे के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने भी दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किये गये बम विस्फोट में डीआरजी के जवानों की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि नक्सलियों के राष्ट्र विरोधी मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। केन्द्र शासन और राज्य शासन समन्वय पूर्वक नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कटिबद्ध हैं।
जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी के जवान सर्चिंग पर निकले थे। बुधवार को बारिश होने की वजह से वे फंसे हुए थे। डीआरजी की टीम फंसे जवानों को लेने प्राइवेट वाहन से जा रही थी, जब ये हमला हुआ।
बताया जा रहा है कि नक्सलियों को पहले से ही डीआरजी टीम के आने की सूचना थी। इसलिए उन्होंने योजना बनाकर ब्लास्ट किया है। शहीद हुए सभी जवान डीआरजी के हैं।
बता दें कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ की जिस जगह इस वारदात को अंजाम दिया, वह उनका गढ़ है। दंतेवाड़ा में नक्सलियों पर काबू पाना सुरक्षाबलों के लिए चुनौती रहा है। नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चलाए जाते रहे हैं, लेकिन अभी तक इस इलाके में लाल आतंक खत्म नहीं हुआ है।