विकास कुमार
चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता पर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। मोदी सरकार भी इस मिशन की सफलता का क्रेडिट लेने में सबसे आगे है,लेकिन आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि चंद्रयान तीन के उपकरण बनाने वाले इंजीनियरों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। चंद्रयान तीन के जरूरी उपकरणों को बनाने वाली कंपनी के इंजीनियरों-अफसरों-कर्मियों को 17 महीनों से तनख्वाह नहीं मिली है। चंद्रयान सहित इसरो के तमाम उपग्रहों के लॉन्चिंग पैड बनाने वाली इस कंपनी का नाम हैवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन है। झारखंड के रांची की हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन पिछले दो-तीन सालों से वर्किंग कैपिटल के गंभीर संकट से जूझ रही है। बार बार गुहार लगाने के बावजूद मोदी सरकार ने 17 महीने से कंपनी के स्टाफ को तनख्वाह नहीं दी है।
वेतन की मांग को लेकर इंजीनियर-कर्मी लगातार आंदोलन करते रहे हैं,लेकिन चंद्रयान-3 के लिए इसरो से मिले वर्क ऑर्डर को पूरा करने में उन्होंने कोई कसर बाकी नहीं रखी। मोबाइल लॉन्चिंग पैड, टावर क्रेन, फोल्डिंग कम वर्टिकली रिपोजिशनेबल प्लेटफार्म और होरिजोंटल स्लाइडिंग डोर एचईसी ने बनाया है। इसके अलावा 6-एक्सिस सीएनसी डबल कॉलम वर्टिकल टर्निंग और बोरिंग मशीन, 3-एक्सिस सीएनसी सिंगल कॉलम वर्टिकल टर्निंग एंड बोरिंग मशीन भी एचईसी ने बनाया है। इन उपकरणों की सप्लाई तय समय के पहले दिसंबर 2022 में ही कर दी गई थी।
मोदी सरकार को जल्द से जल्द हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन के तमाम स्टाफ का 17 महीने का बकाया वेतन जल्द जारी कर देना चाहिए,क्योंकि उन्होंने अपने काम से देश का गौरव बढ़ाया है।