विकास कुमार
मोदी सरकार विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते थकती नहीं है,लेकिन मोदी राज में रोड बनाने में एक ऐसे खेल का पता चला है जिससे लोगों के होश उड़ गए हैं। द्वारिका एक्सप्रेस रोड बनाने का खर्चा सुनकर लोग हैरान रह गए हैं। मोदी राज में बनने वाले इस हाइवे के एक किलोमीटर के निर्माण में दो सौ 51 करोड़ रुपए का खर्चा दिखाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस सड़क के निर्माण में बड़े घोटाले का आरोप मोदी सरकार पर लगाया है। आप नेताओं का कहना है कि क्या सरकार सोने की सड़क बना रही है जो एक किलोमीटर एक्सप्रेस हाइवे बनाने में दो सौ 51 करोड़ रुपए का खर्च किया जा रहा है।
खबरों के मुताबिक, कैग ने अपने लेखा परीक्षण में यह पाया है कि एनएचएआई के द्वारका एक्सप्रेस के हरियाणा वाले हिस्से को ‘एलिवेटेड’ रोड के निर्माण लागत को बढ़ाकर दो सौ 51 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया। जबकि पुराना अनुमान 18 करोड़ 20 लाख रुपए प्रति किलोमीटर लागत का था। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस मामले पर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
वहीं कैग की रिपोर्ट को केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने नकार दिया है। मंत्रालय का कहना है कि कैग की रिपोर्ट में कई तकनीकी खामियां हैं,इसके अलावा उसने इसमें अन्य खर्चों की लागत को एड नहीं किया है। ऐसे में प्रोजेक्ट की लागत को अधिक बताना गलत है क्योंकि मंत्रालय ने तो पूरे प्रोजेक्ट में 12 फीसदी की बचत की है।
सरकार चाहे लाख दावे करे लेकिन एक किलोमीटर रोड बनाने में दो सौ 51 करोड़ रुपए के खर्च की बात किसी के गले नहीं उतर रही है। सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। ताकि असली खर्च का हिसाब किताब जनता को मिल सके।