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अफजल गुरु का भाई भी चुनावी समर में,पूर्व आतंकवादियों और अलगाववादियों ने बनाई पार्टी

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लोकसभा चुनाव में पंजाब की दो सीटों से अमृतपाल सिंह समेत दो अलगाववादी सांसद चुने गए थे। इस ट्रेंड को लेकर चिंता भी जताई जताई गई कि आखिर क्यों अलगाववादियों को चुनाव में जीत मिल गई ,जबकि कांग्रेस ,आप ,बीजेपी और अकाली दल समेत कई बड़ी पार्टियां मैदान में थी।अब पंजाब की इसी तर्ज पर जम्मू कश्मीर में कई पूर्व आतंकी और अलगाववादी भी चुनावी समर में उतरने जा रहे हैं। इन लोगों ने सोमवार को एकजुट होकर एक नई पार्टी तहरीक ए अवाम के गठन का ऐलान किया। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में तीन चरण में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।इसकी शुरुआत 18 सितंबर को प्रथम चरण के होनेवाली मतदान से हो रही है।

जम्मू कश्मीर में भी अलगाववादी रशीद इंजीनियर ने अमर उजाला को लोकसभा चुनाव में हरा दिया था।नवगठित पार्टी तहरीक ए अवाम से जुड़ने वालों में से कई लोगों का कहना है कि हमने इस पार्टी का गठन रशीद इंजीनियर की सफलता को देखते हुए ही किया है। तहरीक ए अवाम से जुड़ने वाले प्रमुख लोगों में से एक नाम अफजल गुरु के भाई एजाज अहमद गुरु का भी है।गौरतलब है कि अफजल गुरु को 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले के मामले में 2013 में फांसी दी गई थी।इसके अलावा एक और चर्चित नाम सरजन बरकती का है, जो फिलहाल श्रीनगर के जेल में बंद है।

सरजन बरकती पर हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वाणी के मारे जाने के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है। कश्मीरी पाइड पाइपर के तौर पर जाने जाने वाला बरकती अगस्त 2023 से ही जेल में बंद है।इसके बाद नवंबर में ही उसकी पत्नी को भी टेरर फंडिंग के मामले में पकड़ा गया था।चर्चा है कि उसकी बेटी बरकाती की उम्मीदवारी का ऐलान कर सकती है। अहम बात यह है कि अलगाववादी घाटी की कई सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस जैसी दलों का खेल भी बिगाड़ सकते हैं।

बारामूला के सांसद इंजीनियर रशीद फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। उसने अपने बेटों के जरिए चुनाव प्रचार कराया था और उसने 4.7 लाख वोट चुनाव में हासिल किया था। यह एक बड़ा जन समर्थन था जो उसे बैलट के जरिए मिला था। इसके बाद अलगाववादियों को लगता है की घाटी में एक ऐसा वोट है जो किसी मुख्य धारा की राजनीतिक दल के बजाय अलगाववादी तत्वों को मिल सकता है। इसी के चलते इन लोगों ने पार्टी के गठन का फैसला लिया है। राशिद इंजीनियर की पार्टी का नाम आवामी इत्तेहाद पार्टी है। उसे भी मान्यता प्राप्त नहीं है, लेकिन इसके बैनर तले, उसने भी कई उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है ।यही नहीं पार्टी चीफ अल्ताफ बुखारी ने तो रशीद इंजीनियर के भाई शेख खुर्शीद और बेटे अबरार से मुलाकात की है और गठबंधन की संभावनाओं को लेकर बात की है।

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