बीरेंद्र कुमार झा
बिहार में चल रहे हैं जातिगत जनगणना का लोहार जाति ने विरोध किया है।भोजपुर जिला के आरा में अखिल भारतीय लोहार जाति संघ के द्वारा एक धरना प्रदर्शन का आयोजन कर इन लोगों ने बिहार के जातिगत गणना का जबरदस्त विरोध किया। इस प्रदर्शन में लोहार जाति के लोगों ने नीतीश कुमार सरकार से मांग की कि वह लोहार जाति के लिए एक अलग जाति कोड लागू करें, ताकि लोहार जाति का स्वतंत्र जनगणना किया जा सके। गौरतलब है कि एक तरफ जहां बिहार सरकार ने क्रमांक 13 पर अंकित जाति को लोहार का उपजाति बताते हुए क्रम संख्या 13 पर जनगणना कराए जाने की बात कही है, वही दूसरी तरफ लोहार जाति के लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
लोहार जाति में की अलग कोर्ट की मांग
लोहार जाति के नेताओं ने सरकार से आग्रह किया है कि वे जल्दी से जल्दी लोहार जाति के लिए कोड लागू करें, ऐसा नहीं हुआ तो ये लोग पूरे बिहार में चरणबद्ध आंदोलन चलाकर जातिगत जनगणना का विरोध करेंगे ।गौरतलब है कि सरकार की तरफ से 215 जातियों का एमएम कोड जारी हुआ है।जाति जनगणना का पहला पेज संपन्न हो गया है। दूसरा फेज जारी है। बिहार में जाति कोड में एक नंबर पर अघोरी है वहीं अन्य का कोड 216 है।
पूरे राज्य भर में लोहार समाज कर रहा विरोध
बिहार सरकार द्वारा जारी सूची में 13 नंबर पर कमार जाति को रखा गया है। इसमें लोहार और कर्मकार दोनो ही जातियां शामिल है।लेकिन लोहार समाज के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है।उनका कहना है कि इन्हें अलग से जाति कोड चाहिए। उन्होंने सरकार से अलग जाति कोर्ट की मांग की है। इसी कड़ी में उन्होंने आरा में धरना प्रदर्शन किया है। गौरतलब है कि लोहार जाति पूरे राज्य भर में इस जातिगत जनगणना का विरोध करना शुरू कर दिया है ।