बीरेंद्र कुमार झा
भूटान और चीन के बीच सीमा समझौते की तरफ बढ़ रही बातचीत भारत को टेंशन देने वाली थी। हालांकि कि भारत और भूटान के बीच के संबंध पर चीन की वजह से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। भारत और भूटान के बीच व्यापार और तकनीक और सीमा पर परिवहन को लेकर कई ऐसे समझौते हुए हैं जो कि दोनों देशों के संबंध को और मजबूत करेगा।वही यह चीन के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है । गौरतलब है कि भारत और भूटान के बीच पहले रेल लिंक का सर्वे भी पूरा हो गया है। वही दोनों देश एक और रेल लिंक पर विचार कर रहे हैं।
चीन को झटका
भूटान के किंग जिगमे खेसर इस समय एक सप्ताह की भारत दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद दोनों ने संयुक्त बयान जारी करके नए समझौता के अहमियत बताए
गौरतलब है कि इन दिनों भूटान के रूख में बदलाव की चर्चा जोरों पर थी। बताया जा रहा था कि भूटान और चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद का हल निकालने में जुटे हैं और उन्हें सफलता भी मिलने वाली है ।हालांकि अब भारत और भूटान के आगे बढ़ते संबंधों को देखकर कहा जा सकता है कि भूटान चीन के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं करेगा जिससे भारत का नुकसान हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिगमे खेसर को भूटान के विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा असम के कोकराझार से भूटान की गेलेगू के बीच बनने वाले लिंक रेल के फाइनल लोकेशन सर्वे पर दोनों देशों के बीच बात बन गई है।जल्दी ही इस रेल लिंक का काम भी शुरू हो सकता है।इसके अलावा दोनों देशों ने पश्चिम बंगाल के बनाराघाट से भूटान के सामत्से के बीच भी रेल लिंक बनाने पर विचार किया जा रहा है।इससे भूटान और बांग्लादेश के बीच भी व्यापार आसान हो जाएगा।
भारतीय रेलवे ने शुरू कर दिया भारत भूटान रेल लिंक पर काम
भारतीय रेलवे ने कोकराझार और गेलेफू के बीच 57 किलोमीटर के शुरुआती दौर पूरा कर लिया है। इसके अलावा दोनों देशों ने व्यापार को और मजबूती प्रदान करने के लिए दादगिरी चेक पोस्ट को अपग्रेड करने पर सहमति जताई है। साझा बयान में कहा गया कि भारत सरकार 12वीं और 13वीं पंचवर्षीय योजना के लिए भूटान को ब्रिज फाइनेंस करेगा। भूटान के किंग ने प्रधानमंत्री मोदी को इसके लिए धन्यवाद दिया।
भारत ने 2023-24 के बजट में दूसरे देशों की मदद के लिए जो बजट आमंत्रित किया है, उसका सबसे ज्यादा फायदा भूटान को मिलता है।या बजट कल ₹24000 करोड़ का है जिसमें 5408 करोड़ भूटान के लिए खर्च होना है।भूटान के लोगों को स्किल डेवलपमेंट में भी भारत सहयोग करेगा। इसके अलावा असम की मेडिकल कॉलेज में भूटान के छात्रों के लिए अतिरिक्त एमबीबीएस सीट बढ़ाई जाएगी।इसके अलावा वन्य जीव और पर्यावरण संरक्षण के लिए दोनों देश आपसी सहयोग बढ़ाएंगे।अब भूटान के किंग मुंबई जाएंगे और वहां कुछ बड़े भारतीय कारोबारी के साथ बैठक करेंगे।