न्यूज़ डेस्क
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। देश भर में आरक्षण मुद्दे पर चल रहा विवाद अब बहुत ही ज़्यादा तूल पकड़ चुका है और इस वजह से बांग्लादेश में हिंसा और दंगे काफी बढ़ गए हैं।
बांग्लादेश में इन दंगों की वजह से 300 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में शेख हसीना पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा था और आज उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल, प्रदर्शनकारी छात्र विवादित आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। इसके तहत बांग्लादेश के लिए वर्ष 1971 में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गईं हैं।
इससे पहले, भारत ने बांग्लादेश में रहने वाले अपने नागरिकों से संपर्क में रहने और सतर्क रहने को कहा है। बांग्लादेश में भारत के सहायक उच्चायोग की तरफ से जारी एक सोशल मीडिया में पोस्ट कहा गया, सिलहट स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि इस कार्यालय के संपर्क में रहें और सतर्क रहें।