विकास कुमार
अतीक अहमद की हत्या के बाद उसकी एक व्हाट्सएप चैट सामने आई है। अतीक ने साबरमती जेल से ये मैसेज प्रयागराज के बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को भेजा था। इस चैट में बिल्डर को धमकी देते हुए बकाया पैसा मांगा गया था। इस मैसेज में लिखा गया था कि मुस्लिम साहब पूरे इलाहाबाद में बहुतों ने हमसे फायदा उठाया लेकिन सबसे ज्यादा तुम्हारे घर ने उठाया। आज हमारे खिलाफ लोग एफआईआर लिखा रहे हैं और पुलिस के शय में काम कर रहे हैं। मेरे लड़के ना डॉक्टर बनेंगे ना वकील बनेंगे, सिर्फ हिसाब होना है और इंशा अल्लाह बहुत जल्द हिसाब शुरू कर दूंगा। जहां तक आपका घर है कोई जान मारने लायक नहीं है, लेकिन मैं एक वादा कर रहा हूं आपसे, अच्छे, मुस्लिम और मुस्लिम का ससुर,ये तीन लोग पीठ भर के मार खाएंगे।
मैं आपको आखिरी बार कह रहा हूं आप मेरे बेटे से ईडी ईडी कर रहे हैं। ईडी ने अभी आपका पैसा तो सीज किया नहीं। बेहतर ये है कि हमारे बेटे उमर का जो हिसाब है। और असद ने जो पैसा दिया है वो हमें इलेक्शन में जरुरत है। हमारा आपसे कोई दुश्मनी तो नहीं। आपके घर ने अपनी किस्मत और अक्ल से कमाया लेकिन हमारे जो पैसे हैं उसको तुरंत दे दे। तो वह इस वक्त हमारे बहुत काम आएगा और शायद आपके तरफ से ध्यान हट जाए। कम लफ्जों में ज्यादा समझ लो,मैं अभी मरने वाला नहीं हूं इंशा अल्लाह। एक्सरसाइज करता हूं, दौड़ता हूंं बेहतर है आकर हमसे मिल लो। अतीक अहमद, साबरमती जेल, अहमदाबाद
यह चैट इसी साल 7 जनवरी को भेजी गई थी। पांच जनवरी को अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन बीएसपी में शामिल हुई थी। और मेयर उम्मीदवार बनी थीं। शाइस्ता के इलेक्शन लड़ने का खर्च अतीक अहमद जुटा रहा था। चैट से ऐसा मालूम पड़ रहा है कि अतीक किसी मुस्लिम साहब से पैसा मांग रहा था लेकिन वह उसे टाल रहा था। चैट से ऐसा लगता है कि अतीक अपना ही बकाया पैसा मांग रहा था। लेकिन मुस्लिम साहब नाम का शख्स बकाया पैसा देने को तैयार नहीं था। अब ऐसे बहुत सारे राज का खुलासा हो रहा है। लेकिन ये तय है कि ऐसे ना जाने कितने राज अतीक और अशरफ के सीने में दफन था। लेकिन काल के क्रूर हाथों ने अचानक ही अतीक और अशरफ को अपने आगोश में समा लिया।