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एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन कंपनी ने दुनिया भर के बाजार से अपनी वैक्सीन वापस लेने का बड़ा फैसला किया है। कंपनी ने यह फैसला ऐसा समय में लिया है जब दुनिया भर में वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह यूरोप से वैक्सीन वैक्सजेवरिया (कोविड वैक्सीन) वापस लेने के क्रम में आगे बढ़ेगी।
गलत काम का अंजाम क्या होता है और कब अचानक कोई कम्पनी गर्त में चली जाती है यह सब उसके कर्मो पर निर्भर करता है। लाभ कमाने के फेर में देश और दुनिया की अधिकतर कंपनियां बहुत से गलत काम करती है और और इस काम को अंजाम देने में में सत्ता सरकार से जुड़े लोगों का भी हाथ होता है लेकिन भला सच को कोई छुपा कैसे सकता है।
गलत काम का जब भंडाफोड़ होता है तो सब कुछ ख़त्म हो जाता है।आज देश के उस कंपनी के साथ वही सब होता दिख रहा है जो उसने कोविड के काल में सरकार के सहयोग से दुनिया भर में वैक्सीन को लेकर नाम कमाया था।
एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन वापस लेने के पीछे वजह भी बताई है। कंपनी ने कहा कि महामारी के बाद जिस तरह से कोविड वैक्सीन की सप्लाई की गई, उससे बाजार में जरूरत से ज्यादा वैक्सीन हो गई थी। ऐसे में कंपनी ने वैक्सीन वापस लेने का फैसला किया है।
कंपनी ने कहा कि बाजार में जब से अलग-अलग तरह की कोरोना वैक्सीन आई हैं, तब से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की मांग में गिरावट दर्ज की गई है। वैक्सीन का प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट पहले ही बंद कर दिया गया है। खबरों के मुताबिक, कंपनी ने वैक्सीन वापस लेने के लिए 5 मार्च को ही आवेदन किया था।