अखिलेश अखिल
इंडिया गठबंधन में सीटों का बटवारा अंतिम चरण में चल रहा है। जिन राज्यों में सीट शेयरिंग को लेकर थोड़ी परेशानी है वहां सबसे पहले सीटों को फाइनल किया जा रहा है। यही वजह है कि बिहार ,यूपी ,बंगाल और महाराष्ट्र को लेकर मंथन जारी है। आज महाराष्ट्र को लेकर चर्चा भी चल रही है।
उम्मीद की जा रही है कि आज महाराष्ट्र में सब कुछ फाइनल हो जायेगा। हालांकि जो जानकारी मिल रही है उसमे यही कहा गया है कि उद्धव शिवसेना और कांग्रेस बराबर सीटों पर मैदान में उतरेगी। इसके बाद शरद पवार की पार्टी को सीट दी जाएगी। दो सीटें प्रकाश आंबेडकर की पार्टी को दी जा सकती है। हालांकि प्रकाश आंबेडकर अभी तक इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं हुए हैं। जानकारी के मुताबिक दलित वोटों को पाने पास लाने के लिए प्रकाश आंबेडकर को पाने साथ लाने की कोशिश की जा रही है।
लेकिन सबसे बड़ी जदयू को लेकर सामने आयी है। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जनता दल यूनाइटेड की लोकसभा चुनाव को लेकर न केवल बिहार बल्कि झारखंड पर भी नजर है। जदयू पूर्वोत्तर राज्यों में भी अपने उम्मीदवार देगी।
बिहार में जदयू ने 16 से 17 सीटों पर अपना दावा ठोंकते हुए साफ कर दिया है कि सिटिंग सीट पर तो कोई समझौता नहीं हो सकता है। ऐसी स्थिति में तय है कि जदयू बिहार में कम से कम 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। इसके अलावा जदयू अरुणाचल पश्चिम से अपने उम्मीदवार की भी घोषणा कर चुकी है।
बताया जाता है कि जदयू की नजर मणिपुर और यूपी पर भी है। बिहार के मंत्री श्रवण कुमार भी कहते हैं कि जदयू यूपी में पहले से काफी मजबूत हुई है। अन्य राज्यों में भी जदयू संगठन को मजबूत करने में जुटी है। यूपी के फूलपुर से वहां के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चुनाव लड़ने का आग्रह भी किया है। वैसे, उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन में सहयोगी दलों से चर्चा के बाद ही कुछ तय होगा।
जदयू की नजर झारखंड पर भी है। झारखंड अलग राज्य बनने के बाद जदयू वहां मजबूत भी थी, लेकिन बाद में पार्टी वहां कमजोर होती चली गई। हालांकि, जदयू झारखंड के नेता खीरू महतो को राज्यसभा भेजकर पार्टी को फिर मजबूत करने में जुटी है। इस दौरान जदयू नेताओं को सक्रियता भी झारखंड में बढ़ी है।