न्यूज़ डेस्क
शराब घोटाले में सीबीआई के रडार पर चढ़े दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज अंततः इस्तीफा दे दिया। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें तत्काल रहत देने से मना करते हाई कोर्ट जाने की बात कही आप नेताओं को लग गया कि मामला अब खराब होगा और समय भी लगेगा। फिर मंथन के बाद सिसोदिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र जैन भी इस्तीफा दिया। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है।
कहा जा रहा है कि आने वाले समय में केजरीवाल की परेशानी और बढ़ सकती है क्योंकि बीजेपी के लोग सरकार को परेशान करेंगे और केजरीवाल किसी मंत्रालय का काम करते नहीं रहे हैं ऐसे में बीजेपी अब हर काम में गलतियां निकालेंगे। बीजेपी के जाल में केजरीवाल बुरी तरह से फंस गए हैं।
बता दें कि सिसोदिया कथित आबकारी घोटाले के मामले में पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर चल रहे, वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद हैं। सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया के कुछ विभाग परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत संभालेंगे। वहीं राजकुमार आनंद को भी कुछ विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार किया था और सोमवार को कोर्ट में पेश कर पांच दिन की रिमांड प्राप्त करने में कामयाब रही। सीबीआई की इस कार्रवाई के खिलाफ मंगलवार को सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट पहुंचे लेकिन वहां से उन्हें राहत नहीं मिली। कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने की सलाह दी।
जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने कहा कि मामला दिल्ली में होने का यह मतलब नहीं कि आप सीधे सुप्रीम कोर्ट का रूख करें। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के पास अपनी जमानत को लेकर कई सारे विकल्प हैं। उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहिए। इस मामले में हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। वहीं सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट की सलाह पर अब इस मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएगी। पार्टी ने कहा कि हम कोर्ट का सम्मान करते हैं।