न्यूज़ डेस्क
संसद के शूटकलों सत्र को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। यह बैठक 11 बजे दिन में होनी है। संसद का सत्र चार दिसंबर से होना है और यह 22 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 15 बैठके होंगी। कुछ प्रमुख विधेयकों पर चर्चा भी हो सकती है।
कुछ पुराने कानून को बदलने की भी बात की जा रही है। ब्रिटिश कालीन तीन अपराध कानूनों, भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और साक्ष्य अधिनियम को बदलने के लिए लाए गए विधेयक शामिल हैं। इस समय संसद में 37 विधेयक लंबित हैं। इनमें से 12 चर्चा और पारित करने के लिए सूचीबद्ध हैं। 7 विधेयक पेश किए जाने हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित एक महत्वपूर्ण विधेयक भी संसद में लंबित है। विधेयक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों का दर्जा कैबिनेट सचिव के समान करने का प्रावधान प्रस्तावित है। इस समय वे उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश का दर्जा रखते हैं। इस विधेयक को मॉनसून सत्र में पेश किया गया था। विपक्षी सदस्यों और पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्तों के विरोध के चलते सरकार ने संसद के विशेष सत्र में इसे पारित करने पर जोर नहीं दिया था।
इसी सत्र में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के आरोपों पर आचार समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की जाएगी। समिति की उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश तभी प्रभाव में आ सकती है, जब सदन रिपोर्ट को मंजूर करेगा।

