Homeदेशआखिर दिल्ली की सभी सीमाएं क्यों बंद कर दी गई है ?

आखिर दिल्ली की सभी सीमाएं क्यों बंद कर दी गई है ?

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न्यूज़ डेस्क 

पहलवानों  समर्थन में प्रदर्शन करने जंतर -मंतर आ रहे किसानो को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की सभी सीमाओं को सील कर  दिया है। जानकारी के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने करीब 300 पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है। उसी तरह बाहरी दिल्ली में पुलिस ने 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है और टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है जो बहादुरगढ़ हरियाणा से जुड़ता है। वे फरीदाबाद-दिल्ली बॉर्डर और गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर सभी वाहनों पर भी नजर रख रहे हैं।दिल्ली पुलिस किसी भी सीमा से किसी भी ट्रैक्टर और ट्रॉली को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करने दे रही है। 
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बालू से भरे डंपर भी तैनात किए हैं। सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को तैनात किया गया है और पुलिस ने बैरिकेडिंग की कई कतारें बना दी हैं।
आज सात तारीख है। किसानो ने आज पहलवनो के समर्थन में प्रदर्शन करने का ऐलान कर कर रखा है। हलाकि बड़ी संख्या में महिला किसानो का जत्था जंतर मंतर पहुंचा ही। महिला किसानो के हाथ में झंडा और लाठी भी देखे जा रहे हैं। पुलिस ने कहा, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस द्वारा एहतियाती कदम उठाए गए हैं। हम कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना चाहते हैं। एक सूत्र ने कहा कि ऐसा त्वरित कार्रवाई करने के लिए किया गया है।सूत्र ने कहा, चूंकि बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और अन्य वाहनों के आने की उम्मीद है, पुलिस के लिए उन्हें रोकना एक चुनौती होगी और इसलिए ये सभी तैयारियां की जा रही हैं।
             हालांकि पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं, लेकिन सिंघु बॉर्डर पर ट्रैफिक सुचारू है। दिल्ली में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस नजर रख रही है। बता दें कि सिंघु बॉर्डर नेशनल हाईवे 44 पर है, जो दिल्ली को हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से जोड़ता है और इसलिए अगर किसान यहां ट्रैक्टर से पहुंचते हैं, तो इससे बड़े पैमाने पर यातायात और कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है।
                बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसानों ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने की घोषणा की है और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, जिस पर महिला एथलीटों ने यौन उत्पीड़न का आरोप है, इसमें एक नाबालिक भी शामिल है। डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने आरोपों को खारिज करते हुए मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है।

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