HomeदेशSharad Pawar के दांव से Ajit दादा पर भारी पड़ी सुप्रिया, भतीजे...

Sharad Pawar के दांव से Ajit दादा पर भारी पड़ी सुप्रिया, भतीजे के बजाय शरद पवार ने बेटी को बनाया अपना उत्तराधिकारी

Published on

विकास कुमार
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भतीजे अजीत पवार को किनारे लगा दिया है। उन्होंने बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया है। इस ऐलान से ये साफ हो गया है कि सुप्रिया सुले ही शरद पवार की राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगी।

मराठा छत्रप शरद पवार के इस फैसले के बाद उनके भतीजे अजित के सियासी भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पहले अजित को ही पवार का उत्तराधिकारी माना जाता रहा है। लेकिन कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद सुप्रिया अब पार्टी के भीतर शरद पवार के बाद नंबर-2 की हैसियत में आ गई हैं। एनसीपी में पहली बार कार्यकारी अध्यक्ष का पद बनाया गया है।सुप्रिया के अलावा जितेंद्र अह्वाद और सुनील तटकरे को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। गौरतलब है कि दोनों अजित विरोधी गुट के नेता हैं।

पवार के पावर शेयरिंग फॉर्मूले में अजित के करीबियों को ज्यादा कुछ नहीं मिला है। पवार के इस्तीफे के बाद से ही अजित लगातार बैकफुट पर हैं।सुप्रिया को लेकर अब पवार के फैसलों ने उनकी सियासी मुसीबत को और अधिक बढ़ा दिया है।

अजित के राजनीति में आने के 16 साल बाद सुप्रिया पॉलिटिक्स में आई,लेकिन अब शरद पवार के दांव से अपने भाई पर ही भारी पड़ गई हैं। एनसीपी के भीतर अब तक महाराष्ट्र से जुड़ा फैसला अजित पवार और जयंत पाटील की सलाह पर शरद पवार करते थे। सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स से दूर रखा गया था। लेकिन अब पवार ने सुप्रिया को महाराष्ट्र की कमान दे दी है। सुप्रिया को कार्यकारी अध्यक्ष के साथ-साथ महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब की भी जिम्मेदारी दी गई है। प्रभारी होने के नाते सुप्रिया टिकट बंटवारे से लेकर संगठन की सर्जरी तक का फैसला खुद कर सकेंगी। इतना ही नहीं, महाराष्ट्र एनसीपी के सभी नेता सुप्रिया को रिपोर्ट करेंगे। अजित पवार महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं,विधायकों की राय लेकर उनको हटाने का भी अधिकार अब सुप्रिया के पास आ गया है। ऐसे में एनसीपी के भीतर अजित दादा का दबदबा खत्म होना तय माना जा रहा है।

Latest articles

सामने आई राजद की पूरी लिस्ट, राघोपुर से लड़ेंगे तेजस्वी, कुटुंबा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी

बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी आज अपने चरम पर है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD)...

पुराने फोन का क्या करती हैं स्मार्टफोन कंपनियां! उठ गया सीक्रेट से पर्दा

आज के डिजिटल युग में हर साल नए-नए स्मार्टफोन लॉन्च होते रहते हैं। बेहतर...

पैरों में दिखने लगें ये लक्षण तो समझ लें ब्लॉक हो रहीं आर्टरीज, तुरंत भागें डॉक्टर के पास

क्या आप जानते हैं कि हार्ट डिजीज की सबसे बड़ी वजहों में से एक...

बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा से सीवान तक फिर गूंजा बाहुबल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एक बार फिर पुराने चेहरे और पुरानी कहानियां लौट...

More like this

सामने आई राजद की पूरी लिस्ट, राघोपुर से लड़ेंगे तेजस्वी, कुटुंबा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी

बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी आज अपने चरम पर है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD)...

पुराने फोन का क्या करती हैं स्मार्टफोन कंपनियां! उठ गया सीक्रेट से पर्दा

आज के डिजिटल युग में हर साल नए-नए स्मार्टफोन लॉन्च होते रहते हैं। बेहतर...

पैरों में दिखने लगें ये लक्षण तो समझ लें ब्लॉक हो रहीं आर्टरीज, तुरंत भागें डॉक्टर के पास

क्या आप जानते हैं कि हार्ट डिजीज की सबसे बड़ी वजहों में से एक...