नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी राजनीतिक दलों के जिस इंडिया गठबंधन का निर्माण किया था, उसे बीच मझधार में ही छोड़ दिया है।अब वे फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए उसी एनडीए गोद में जाकर बैठ गए हैं,जिसे केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए वे हाल-चाल तक तत्पर थे। आज नीतीश कुमार ने महागतबंधन के नेता के तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद अब वह नौवीं बार राज्य के मुखिया के तौर पर कमान संभालेंगे। इस बार जब वे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तो यह 7 वां अवसर होगा जबकि जब वे एनडीए के सहयोग से मुख्यमंत्री बनेंगे।राज्यपाल को इस्तीफा सौंप कर राज भवन लौटने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से भी बातचीत की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं बहुत कुछ कर रहा था, लेकिन महागठबंधन में मुझे काम ही नहीं करने दिया जा रहा था।नीतीश कुमार ने कहा कि आज हमने इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब महागतबंधन वाली सरकार को समाप्त कर दिया है।l उन्होंने कहा हमने नया गठबंधन बनाया था,लेकिन उसके उसकी स्थिति भी ठीक नहीं लग रही है। इसलिए हमने उससे भी अलग होने का फैसला कर लिया है। नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं से रायसुमारी के बाद ही अपना इस्तीफा दिया है। अब मैं नए गठबंधन में जा रहा हूं।
इंडिया गठबंधन और आरजेडी को लिया निशाने पर
महागठबंधन वाली सरकार के मुखिया के तौर पर अपना इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने विपक्षी राजनीतिक दलों का नया गठबंधन बनाए और बहुत सारे काम करने की कोशिश की। लेकिन विपक्षी गठबंधन इंडिया में कोई काम ही नहीं हो रहा था ।ऐसी स्थिति में मैंने अलग होने का ही फैसला ले लिया। । नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद आरजेडी पर भी बड़े ही सधे हुए अंदाज में हमला बोला।उन्होंने कहा कि आरजेडी के साथ सरकार चलाने में हमें परेशानी हो रही थी। नीतीश कुमार ने कहा कि हम जो कुछ भी करते थे इसका श्रेय लेने की कोशिश होती थी।
मेरे द्वारा किए जा रहे कार्यों की श्रेय लेने की होती थी कोशिश
नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी की ओर से सरकारी नौकरियों में भर्ती ,आरक्षण का दायरा बढ़ाने और जाति का जनगणना जैसे मेरे द्वारा लिए गए बड़े फसलों का श्रेय लेने का प्रयास हो रहा था,, इससे में असुरक्षित महसूस कर रहा था और अंत में मैने पाला ही बदल लिया। नीतीश कुमार ने आरजेडी से मतभेदों को लेकर यह भी बताया कि वह काफी दिनों से इसे सहन कर रहे थे। नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे बारे में क्या-क्या कहा जा रहा था,लेकिन हमने तो आज तक कुछ नहीं कहा और चुप ही रहे।लगातार 18 सालों से बिहार की सत्ता संभाल रहे नीतीश कुमार ने इस तरह एक साथ और आरजेडी और इंडिया अलाउंस पर तंज कैसा है और अब एनडीए का रुख कर लिया है।
एनडीए के साथ बनने वाली नई सरकार पर नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
महागठबंधन वाली सरकार के मुख्यमंत्री के पद से नीतीश कुमार ने अब अपना इस्तीफा सौंप दिया है।अब वे एक बार फिर से एनडीए के साथ मुख्यमंत्री के रूप में वे अपनी नवमी पारी खेलेंगे। नीतीश कुमार से जब एनडीए के साथ बनने जा रही उनके मुख्यमंत्रित्व वाली नई सरकार के भविष्य को लेकर पूछा गया,तो इसका गोल-मोल जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने अगली सरकार के बारे में कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा। इशारा देते हुए उन्होंने कहा कि आप भी यहां रहेंगे ही, देख लेना कि क्या होगा।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
महागठबंधन सरकार के मुखिया के रूप में नीतीश कुमार के इस्तीफा के बाद बीजेपी नेता गिरिराज सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा आरजेडी के जंगल राज के खिलाफ रही है।यही वजह है कि हम नीतीश कुमार को मौका देते रहे हैं। उन्होंने कहा नीतीश कुमार पर लगातार लालू प्रसाद की ओर से दबाव था कि तेजस्वी को बिहार की मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी जाय। ऐसा होता तो बिहार फिर से जंगल राज के दौर में आ जाता। इससे बचने के लिए ही नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है।