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कोल्हापुर में शरद पवार ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर कई बाते सामने रखी है। शरद पवार ने साफ़ तौर पर कहा कि आज मंदिर के नाम पर जो भी होता दिख रहा है वह राजनीति ही और बीजेपी और संघ के लोग इसे आगे बढ़ा रहे हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए ‘शिलान्यास’ तब किया गया था जब राजीव गांधी देश के प्रधान मंत्री थे और भाजपा और आरएसएस इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। .
शरद पवार ने कहा है कि हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भी देश के लोगों के बीच भूख मिटाने के लिए उपवास करना चाहिए, क्योंकि अब वह श्री राम मंदिर के लिए दस दिवसीय उपवास पर हैं।
राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र बेलगाम जिले के निपानी में नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत सदस्यों के सम्मान में राकांपा कार्यकर्ता की रैली को संबोधित कर रहे पवार ने कहा कि हमारे मन में श्री राम श्री हनुमान के प्रति सम्मान है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिरने के बाद राम मंदिर बनाने का फैसला तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लिया था और शिलान्यास भी गांधी ने ही किया था, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस वोट के लिए इसका राजनीतिक फायदा उठा रहे हैं ।.
राम मंदिर को लेकर पवार ने सवाल किया कि क्या सरकार गरीबी उन्मूलन के लिए भी ऐसा कोई कार्यक्रम चलाएगी और क्या मोदी देश के लोगों की पीड़ा को खत्म करने के लिए उपवास करेंगे, क्योंकि अब वह राम मंदिर मंदिर के लिए दस दिनों का उपवास कर रहे हैं।
पवार ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को देश के किसानों की कोई चिंता नहीं है, सरकार उद्योगपतियों को ऋण माफ कर रही है, लेकिन किसानों को नहीं। सरकार गलत नीतियां लागू कर रही है और लोगों को ऐसे लोगों को किनारे कर देना चाहिए जो देश में गलत आर्थिक नीतियां लागू कर रहे हैं। जब वह मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कैबिनेट में कृषि मंत्री थे, तो उन्होंने किसानों का कर्ज माफ किया।