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भारतीय सेना के लिए अब अडानी कंपनी इजरायल की सबसे खतरनाक और चर्चित पिस्टल बनाने जा रही है। अडानी की डिफेंस कंपनी को इसे तैयार करने का ठेका मिला है। जानकारी के मुताबिक़ अडानी डिफेंस और इजरायल वेपन इंडस्ट्री के बीच पिस्टल बनाने का करार हो गया है। इसे उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित साढ़ डिफेंस कॉरिडोर में इसे तैयार किेया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक भारतीय सैन्य सेवाओं में मसाडा पिस्टल का इस्तेमाल के साथ इसे निर्यात भी किया जाएगा। उद्योग विभाग उपायुक्त सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि कानपुर में अडानी डिफेंस जो इम्युनेशन कॉम्पलेक्स स्थापित करेगा उसी में ही मसाडा पिस्टल समेत 41 तरह के हथियार बनाया जाएगा।
बता कि अभी तक मसाडा पिस्टल का इस्तेमाल सिर्फ भारतीय नौसेना कमांडो टीम मार्कोस कर रही है। यह पिस्टल बेहद ही मारक, सटीक और लक्ष्यभेदी है। भारत में ही निर्माण शुरू होने के बाद इसे भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना को भी इसकी आपूति की जाएगी। अभी आयात करने पर यह पिस्टल बहुत महंगी पड़ती है। इसकी इजरायल में कीमत 105 डालर है।
आखिर मसाडा की क्या खासियत है इसे जानने की जरूरत है। सबसे कि एक बार लोड करने पर 17 राउंड फायरिंग की जा सकती है। इसकी मारक क्षमता 400 मीटर तक है। बता दें कि यह पिस्टल सेमी आटोमैटिक है। इस पिस्टल का वजन 650 ग्राम की है। इस पिस्टल की लंबाई 189 मिलीमीटर है। इसके बैरल की लंबाई 104 मिमी है। इसमें 9.19 मिमी पैराबेलम का कारतूस लगता है।यह हैंडलिंग में स्मार्ट है और स्ट्राइकर फायर से लैस है। इंटर्नल ट्रिगर सुरक्षा के साथ स्वच्छ और स्पष्ट ट्रिगर रीसेट करने की सुविधा भी है इस पिस्टल में। छोटा होने के कारण वीआईपी और व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए आदर्श हथियार इसे माना जाता है। इसमें साइलेंसर, लेजर और फलैश भी लगाया जा सकता है।