बीरेंद्र कुमार
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की बिहार में इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। सीएम नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा इशारों-इशारों में एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।महागठबंधन के घटक दल जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के एक दूसरे पर चलाए जा रहे शब्दवाण कहीं बिहार के महागठबंधन सरकार की जान न ले ले, इस बात से चिंतित हो अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सक्रिय हो गए हैं।उन्होंने कहा कि महागठबंधन में कोई भी नेता अपनी पार्टी के खिलाफ में काम करेगा तो उसपर कार्रवाई होगी।
महागठबंधन अब बिखरने वाला नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को पब्लिक प्लेटफार्म यानि सोशल मीडिया पर अपनी बात नहीं रखनी चाहिए। महागठबंधन को लेकर जो लोग एक नैरेटिव सेट करने में लगे हैं, अब उनको सफलता नहीं मिलेगी। अब पहले वाली बात नहीं है कि कोई कुछ कहेगा,कोई कुछ और कहेगा और हम बिखर जाएंगे। महागठबंधन एकजुट है। हमारे एक होने के पीछे एक ही कारण है और वह है देश में काबिज सांप्रदायिक शक्तियों को हटाना।
उपेंद्र कुशवाहा सीएम नीतीश से हैं नाराज!
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों जेडीयू में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे हैं। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार को यह कहकर सवाल खड़ा कर दिया था की हमारी पार्टी में जो नेता जितना ही बड़ा है उसका उतना ही बीजेपी से संबंध है कहकर सनसनी फैला दी थी। इसके बाद कयास लगाया जाने लगा कि उपेंद्र कुशवाहा बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने बीजेपी में शामिल नहीं होने की बात स्पष्ट रूप से बोल चुके हैं। वहीं,उपेंद्र कुशवाहा के लिए इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वे जितनी जल्दी चाहें उतनी जल्दी जेडीयू से चले जाएं। पार्टी की ओर से फिलहाल कोई भी बीजेपी के संपर्क में नहीं हैं। जो खुद संपर्क में रहता है ,वह दूसरों के बारे में ऐसा ही बताता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान के बाद ही उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया था, जो अभी काफी चर्चा में है।