बीरेंद्र कुमार झा
तमिलनाडु के मदुरै में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है।इस हादसे में 8 लोगों की मौत की खबर आ रही है।ट्रेन के कई कोच में आग लगी है।इस हादसे में 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।यह हादसा पुणे मदुरै एक्सप्रेस में आज शनिवार सुबह करीब 5:00 बजे मदुरै यार्ड में हुआ । हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है और अन्य डिब्बों में होने वाले नुकसान को भी बचा लिया है। दक्षिण रेलवे के मुताबिक यात्रियों ने कथित तौर पर गैस सिलेंडर को रखा था जिस कारण ट्रेन में आग लगी। ट्रेन लखनऊ से मदुरै जा रही थी।
हादसे में 10 लोगों की मौत
मदुरै जिला कलेक्टर एस संगीता ने हादसे को लेकर कहा कि शनिवार को सुबह 5:30 बजे मदुरै रेलवे स्टेशन पर रुके हुए कोच में आग लगने की घटना हुई। उन्होंने कहा कि वे तीर्थ यात्री थे और उत्तर प्रदेश से यात्रा कर रहे थे। आज सुबह जब उन्होंने कॉफी बनाने के लिए गैस स्टोव जलाने की कोशिश की तो इसी दौरान सिलेंडर में विस्फोट हो गया।उन्होंने कहा कि हादसे में 55 लोगों को बचाया गया है और अब तक हमने 10 शव निकाले हैं।राहत और बचाव अभियान जारी है।दक्षिण रेलवे की ओर से तमिलनाडु में ट्रेन में आग लगने से हुए हादसे में मृतक के परिवार को 10 लख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
लखनऊ से मदुरै जा रही थी ट्रेन
दक्षिण रेलवे के मुताबिक जिस डिब्बे में आग लगी वह एक प्राइवेट पार्टी कोच था और उसमें सवार यात्री उत्तर प्रदेश के लखनऊ से मदुरै पहुंचे थे ।अधिकारियों ने बताया कि हादसे में डिब्बे में सवार 10 यात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हैं, जिन्हें ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।आग बुझाने की कोशिश में रेलकर्मियों के अलावा पुलिस, दमकल,और बचावकर्मियों ने डिब्बे से शवों को बाहर निकाला दक्षिणी रेलवे ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आग लगने की घटना शनिवार करके 5:15 पर हुई और मौके पर पहुंचे दमकालकर्मि नने सुबह 7:15 पर आग पर काबू पा लिया।
प्राइवेट कोच में लगी आग
दक्षिण रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक यह एक प्राइवेट पार्टी कोच था, जिसे 25 अगस्त को नागरकोविल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालूर- मदुरई एक्सप्रेस) में जोड़ा गया था। डिब्बे को अलग कर मदुरै रेलवे स्टेशन पर खड़ा किया गया था ।इस डिब्बे में यात्री अवैध रूप से गैस सिलेंडर लेकर आए थे और इसी वजह से आग लगी।आग लगने की भनक मिलने पर कई यात्री कोच से बाहर निकल गए, कुछ यात्री प्लेटफार्म पर उतर गए। विज्ञप्ति के अनुसार डिब्बे में सवार यात्रियों ने 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी। उनका 27 अगस्त को चेन्नई जाने का कार्यक्रम था। चेन्नई से वे लखनऊ लौटने वाले थे।
बिखरे सामानों में कच्चे खाद्य पदार्थ
घटनास्थल पर बिखरे हुए समाने में एक सिलेंडर और आलू की एक बोरी मिली है, जिससे पता चलता है कि डिब्बे में खाना पकाया जा रहा था। कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी के पोर्टल का उपयोग करके प्राइवेट पार्टी कोच बुक कर सकता है। लेकिन उसे डिब्बे में गैस सिलेंडर या कोई ज्वलनशील पदार्थ ले जाने की अनुमति नहीं होती है।विज्ञप्ति में कहा गया है की कोच का इस्तेमाल केवल यात्रा उद्देश्य के लिए किया जा सकता है।