न्यूज़ डेस्क
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से एक दिन पहले शुक्रवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े करीब 70 अधिवक्ता यहां पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा और अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गये।
डॉ. साहा ने भगवा ध्वज देकर अधिवक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि आम लोगों के अलावा अब बुद्धिजीवी भी माकपा के राष्ट्र विरोधी रुख और विकास विरोधी दृष्टिकोण के कारण उसका साथ छोड़ रहे हैं। यह लोगों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का संकेत है।
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि इन लोगों के पार्टी में शामिल होने से चुनाव की तैयारी में कानूनी सेल और हमारे संगठन को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी में लोगों का विश्वास हर जगह स्पष्ट है, जो संभावित जीत का संकेत दे रहा है। भाजपा में पदों का कोई विशेष महत्व नहीं है लेकिन रिश्तों का अत्यधिक महत्व है, व्यक्ति विभिन्न व्यवसायों में लगे हो सकते हैं लेकिन मनुष्य के रूप में सभी समान हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें कुछ समय लगा, लेकिन आखिरकार देश भाग्यशाली रहा कि उसे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में मिले। डॉ. साहा ने कहा कि 2014 में मोदी के पदभार संभालने के बाद देश के परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को राजनीति में बदलाव लाने और लोगों के लाभ के लिए योजनाओं को लागू करने का श्रेय दिया।