जम्मू कश्मीर में आतंकवादी लगातार सुरक्षा वालों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सोमवार देर रात डोडा में आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में पांच जवान बुरी तरह से घायल हो गए।इनमें से चार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आर्मी का एक अधिकारी भी इस हमले में शहीद हो गया है।कश्मीर के एक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने बयान जारी करके कहा है कि सुरक्षा वालों ने जब मुजाहिद्दीन का तलाशी अभियान शुरू किया तो सेना के जवानों पर फायरिंग की गई।
गौरतलब है कि कश्मीर टाइगर्स पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। 9 जुलाई को कठुआ में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ली थी। अधिकारियों का कहना है कि डोडा में राष्ट्रीय राइफल्स और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शाम को 7:00 बजे के बाद देसा जंगल इलाके में सर्च अभियान शुरू किया था। यहां आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी।
इसके बाद जंगल में छिपे आतंकियों ने सर्च अभियान में लगे सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी।20 मिनट चली मुठभेड़ में पांच जवान बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चार जवानों ने दम तोड़ दिया।प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनकी हालत गंभीर थी। डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ अभी भी जारी रहा है ।बताया गया कि यहां तीन से चार आतंकी छुपे हो सकते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रात करीब 9:00 बजे व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जवानों की घायल होने की सूचना दी थी। खुफिया जानकारी के आधार पर जंगल में आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान शुरू किया गया था ।बीते कुछ सप्ताह में जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले को देखते हुए सुरक्षा बल अलर्ट पर है। 14 जुलाई को कुपवाड़ा में एलओसी पर आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे जिन्हें जवानों ने ढेर हो कर दिया था।
8 जुलाई को कठुआ में हुए आतंकी हमले में पांच सेना के जवान शहीद हो गए थे।वहीं घात लगाकर सेना के काफिले पर किए गए हमले में कई जवान घायल हो गए थे।कुलगाम में 6 जुलाई को कई आतंकियों को मार गिराया गया था , वहां दो जवान भी शहीद हो गए थे।हाल ही में डोडा में भी मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था।