न्यूज़ डेस्क
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना और 69 अन्य लोगों पर 5 अगस्त को ढाका के काफरुल इलाके में कोटा सुधार विरोध प्रदर्शन के दौरान एक कपड़ा मजदूर की मौत के मामले में सोमवार को मामला दर्ज किया गया।
इसके साथ ही 5 अगस्त को इस्तीफा देकर भारत जाने वाली 76 वर्षीय शेख हसीना पर अब 194 मामले दर्ज हैं, जिनमें 173 मामले हत्या के, 11 मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के, तीन अपहरण के, छह हत्या के प्रयास के और एक बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के जुलूस पर हमला करने के हैं।
मामले में पीड़ित की पत्नी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद सैफुल इस्लाम की अदालत में शेख हसीना और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जिसकी सुनवाई के बाद मजिस्ट्रेट ने पुलिस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन से जांच के बाद रिपोर्ट पेश करने को कहा हैं।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि उनके पति मोहम्मद फजलू को 5 अगस्त की सुबह मीरपुर-14 में पुलिस लाइन के सामने गोली मार दी गई थी।
इसके बाद में उन्हें मैक्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कल, हसीना और कई अन्य के खिलाफ 18 जुलाई को जत्राबाड़ी में 14 वर्षीय मदरसा छात्र और 19 जुलाई को मोहम्मदपुर में 12 वर्षीय रकीब हसन की मौत के मामले में दो और मामले दर्ज किए गए हैं।