न्यूज डेस्क
बाजार की अपेक्षा घर पर जमा दही का स्वाद बिल्कुल अलग होता है और सस्ता और केमिकल से फ्री होने के अलावा यह फायदों से भरपूर होता है। दही में कई पोषक तत्व होते हैं, जो हमें स्वस्थ रखते हैं। फॉस्फोरस और कैल्शियम से भरपूर दही के सेवन से पेट के साथ-साथ कई अन्य बीमारियां भी दूर होती हैं। इससे हमारे दांत और हड्डियां मजबूत बनती हैं। लेकिन दही को मिट्टी के बर्तन में जमाया जाए तो इसका स्वाद बहुत ही अच्छा लगता है
पहले जमाने में लोग दही को मिट्टी के बर्तन या मिट्टी की हांडी में जमाते थे। मिट्टी के बर्तन में दही ना केवल अच्छा जमता है बल्कि ये सेहत के लिहाज से भी ज्यादा अच्छा होता है। जानें मिट्टी के बर्तन में दही जमाने से क्या क्या फायदा होता है-
जमता है गाढ़ा दही
जब मटके में दही बनता है तो इसमें मौजूद पानी को मटका सोख लेता है और इस वजह से ये थिक टेक्सचर का बनता है। जिस वजह से ये खट्टा नहीं होता और स्वाद भी कई गुना बढ जाता है।
तापमान के बदलाव नहीं होता
मिट्टी के हांडी में चीजें जल्दी गर्म नहीं होती। यह गर्म तापमान को अवशोषित कर लेता है। ऐसे में जब इसमें दही जमाया जाता है तो इसके तापमान में बदलाव नहीं होता और दही लंबे समय तक खराब होने से बचा रहता है। तापमान में बदलाव नहीं होने की वजह से जल्दी जमते भी हैं।
मिट्टी की सौंधी खुशबू
जब मिट्टी के बर्तन में दही जमाते हैं तो इसमे एक खास फ्लेवर आता है। यह खुशबू किसी और बर्तन में नहीं आती। दरअसल यह मिट्टी से आने वाली सौंधी खुशबू होती है जो बहुत ही यूनिक और स्वादिष्ट है।
खट्टा नहीं होता
दही जमाने के लिए जिस जोरन का प्रयोग किया जाता है वह दही को बहुत ज्यादा खट्टा या एसिडिक बना सकता है। लेकिन मटके में अगर आप दही जमा रहे हैं तो मिट्टी एल्कलाइन होने की वजह से काफी सारे एसिड को बैलेंस कर देती है और दही का स्वाद मीठा बना रहता है। ऐसे में अगली बार आप भी अगर दही जमाएं तो मिट्टी के हांडी में बनांए। आपको स्वाद में बहुत अंतर महसूस होगा।