न्यूज डेस्क
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि (CHAITRA NAVRATRI 2023) 22 मार्च से प्रारंभ हो रहे हैं । पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि 31 मार्च को समाप्त होगी। नवरात्रि व्रत पारण करने से पहले लोग कन्या पूजन करते हैं तथा कन्याओं को भोजन करवाकर उनका आशीर्वाद लेते हैं। कन्या पूजन के लिए लोग महाष्टमी और महानवमी (Maha Navmi)तिथि अनुकूल समझते हैं। महाष्टमी तिथि पर मां महागौरी (Mahagori ki pooja Vidhi) की पूजा करने के बाद लोग घर में हवन करवाते हैं। वहीं कुछ लोग महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के बाद हवन करवाते हैं। हवन करवाने के बाद कन्या पूजन किया जाता है फिर व्रत का पारण करते हैं। चैत्र मास की महा नवमी पर नवरात्रि समाप्त होती है। अगर आप भी कन्या पूजन करके व्रत पारण करना चाहते हैं तो यहां जानें कन्या पूजन की विधि।
कन्या पूजन की विधि | Kanya Pujan Vidhi
अगर आप महाष्टमी (Mahaashtami) पर कन्या पूजन कर रहे हैं तो मां महागौरी की पूजा करने के बाद कन्या पूजन करें अन्यथा महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के बाद कन्या पूजन करें। कन्या पूजन के लिए नौ कन्याओं और एक लंगूर को बिठा लीजिए। नौ कन्याएं मां दुर्गा के नौ स्वरूप को दर्शाती हैं वहीं एक लंगूर भैरव को दर्शाता है। अगर किसी कारणवश नौ कन्याएं बिठाने में आप असमर्थ हैं तो कुछ ही कन्याओं में भी यह पूजन किया जा सकता है। जितनी कन्याएं बची हैं उनका भोजन आप गौमाता को खिला सकते हैं।
कन्याओं और लंगूर का पैर धोकर उन्हें आसन पर बिठा दीजिए। अब सभी कन्याओं और लंगूर को तिलक लगाइए और आरती कीजिए। मंदिर में मां को भोग लगाने के बाद कन्याओं और लंगूर को भोजन करवाइए। भोजन के पश्चात उन्हें फल और दक्षिणा दीजिए। अंत में सभी कन्याओं और भैरव का पैर छूकर आशीर्वाद लीजिए और सम्मान पूर्वक सभी को विदा कीजिए।
धार्मिक मान्यताएं | Kanya Pujan ki Dharmik Maniyata
देवी भागवत पुराण के अनुसार हवन,जप और दान से देवी इतनी प्रसन्न नहीं होतीं जितनी कन्या पूजन से प्रसन्न होती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में माता की कृपा पाने के लिए कन्याओं के विविध रूपों की पूजा करने का विधान है। इसीलिए नवरात्रि के इन नौ दिनों तक प्रतिदिन इन देवी स्वरूप कन्याओं को अपनी श्रद्धा के अनुसार भेंट देना अति शुभ माना गया है। इन दिनों कन्या स्वरूप देवियों को फूल, श्रृंगार सामग्री,मीठे फल, मिठाई, खीर, हलवा, कपड़े,रुमाल,रिबन,पढ़ाई की वस्तुएं,मेहंदी आदि उपहार में देकर मां दुर्गा की कृपा प्राप्त की जा सकती है।