न्यूज डेस्क
इंदौर में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्राफी के तीसरे टेस्ट मैच में भारत को 9 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ इंदौर टेस्ट में बेहतरीन वापसी की। भारत पहले दोनों टेस्ट जीत चुका है। भारत को घर पर 2 साल और 9 टेस्ट बाद हार मिली है।
इस तरह से 4 मैचों की सीरीज में अभी भी भारतीय टीम 2-1 से आगे है। चौथा और अंतिम टेस्ट 9 मार्च से अहमदाबाद में खेला जाना है। मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 76 रन बनाने थे। लेकिन ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने दूसरी ही गेंद पर उस्मान ख्वाजा को विकेटकीपर केएस भरत के हाथों कैच कराया। ख्वाजा खाता तक नहीं खोल सके।
ऐसे में लगा कि मैच रोमांचक होगा। लेकिन इसके बाद मार्नस लैबुशेन और ट्रेविस हेड ने टीम को संभाला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 76 रन जोड़कर टीम की जीत लगभग पक्की कर दी। हेड 53 गेंद पर 49 और लैबुशेन 59 गेंद पर 28 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों ही बल्लेबाजों ने 6-6 चौके लगाए। हेड ने एक छक्का भी लगाया।
तीनों ही टेस्ट की बात करें, तो ये 3 ही दिन में खत्म हो गए। इंदौर टेस्ट की बात करें तो पहले दिन 14 तो दूसरे दिन 16 विकेट गिरे। यानी पहले 2 ही दिन में 30 विकेट गिर गए थे। ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर्स ने मैच में कमाल की गेंदबाजी की। भारत के 20 में से 18 विकेट स्पिनर्स को मिले। सिर्फ एक विकेट तेज गेंदबाज को मिला जबकि एक खिलाड़ी रन आउट हुआ
ऑफ स्पिनर नाथन लायन मैच से विजेता खिलाड़ी निकलकर आए। उन्होंने पहली पारी में 3 तो दूसरी पारी में 8 विकेट लिए,यानी कुल 11 विकेट झटके। इस कारण भारत टीम पहली पारी में 109 तो दूसरी पारी में सिर्फ 163 रन ही बना सकी। बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुन्हेमैन ने पहली पारी में 5 तो दूसरी पारी में एक विकेट लिया। एक विकेट ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी को भी मिला।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहली पारी में उस्मान ख्वाजा ने 60 महत्वपूर्ण रन बनाए थे। इस कारण टीम 197 का स्कोर बनाने में सफल रही थी। मार्नस लैबुशेन ने 31 और कप्तान स्टीव स्मिथ ने 26 रन बनाए। भारत की ओर से रवींद्र जडेजा को 4 तो आर अश्विन और उमेश यादव को 3-3 विकेट मिले।
इंदौर टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा के अलावा किसी भी भारतीय खिलाड़ी का बल्ला नहीं चला। चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 59 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली। कप्तान रोहित शर्मा ने पहली पारी में 12 तो दूसरी पारी में भी सिर्फ 12 रन बना सके।