न्यूज़ डेस्क
अंग्रेजी अखबार में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक लेख के जरिये मोदी सरकार पर हमला किया है और कहा है कि सभी सामान विचार वालो को एक मंच पर आने का समय आ गया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार ने हालिया बजट के माध्यम से गरीबो पर गुपचुप प्रहार किया है। ऐसे में सामान विचार वाले लोगों को एक साथ आकर सरकार के नुक्सान पहुंचाने वाले कदमो का विरोध करना चाहिए तथा वह बदलाव लाना चाहिए जो जनता देखना चाहती है।
सोनिया गांधी ने लेख के जरिये कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्री विश्व गुरु और अमृतकाल की ढींगे हाँक रहे हैं जबकि उनके चहेते और कृपापात्र व्यवसायी को लेकर वित्तीय धांधली का मामला सामने आ गया है। माना जा रहा है कि सोनिया गाँधी का यह हमला अडानी समूह को लेकर किया गया है। सोनिया गांधी ने यह दावा भी किया, प्रधानमंत्री की नीति गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों की कीमत पर अपने कुछ अमीर मित्रों को फायदा पहुंचाने की है, चाहे वो नोटबंदी हो, गलत ढंग से बनी एवं छोटे कारोबारों को नुकसान पहुंचाने वाली जीएसटी हो, तीन कृषि कानूनों को लाने का विफल प्रयास हो या फिर कृषि क्षेत्र की उपेक्षा हो। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘विध्वंसक’ निजीकरण के कारण बहुमूल्य राष्ट्रीय संपत्तियां बहुत ही सस्ती कीमत पर निजी हाथों में सौंप दी गईं जो बेरोजगारी का एक कारण बना है।
सोनिया ने यह दावा भी किया कि मौजूदा सरकार ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए सरकार के समय के लोगों को अधिकार देने और दूरगामी असर वाले कानूनों पर भी कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि यह समान विचार वाले भारतीयों का कर्तव्य है कि वो साथ आएं, इस सरकार के नुकसान पहुंचाने वाले कदमों का विरोध करें और एक ऐसे बदलाव की बुनियाद रखें जिसका लोग इंतजार कर रहे हैं।