आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे यानी तेजप्रताप यादव अब बिल्कुल बगावती मोड में हैं. हालांकि तेजप्रताप यादव पार्टी से लंबे समय ये नाराज चल रहें हैं।लेकिन अब वो पूरी तरह से फ्रंट फुट पर आकर खेलते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि तेजप्रताप यादव ने आज अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल का आज एक नया पोस्टर जारी किया।जिस पोस्टर से लालू-राबड़ी की तस्वीर गायब है
याद दिला दें कि परिवार की आंतरिक राजनीति के शिकार तेजप्रताप 2017 से ही नाराज चल रहे हैं।उसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने आरजेडी से अलग अपनी पार्टी खड़ी कर दी,जिसका नाम जनशक्ति जनता दल रखा है।अब तेजप्रताप की ये नाराजगी 9 साल पुरानी हो चुकी है और गुस्सा भी।मगर अब ये गुस्सा उभर कर सामने आता दिखाई दे रहा है।
तेज प्रताप यादव जो अपने माता पिता यानी लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को ‘भगवान’ बताते थे, उन्होंने अपनी पार्टी के नए पोस्टर से इन दोनों की तस्वीर को हटा दी है।गौर तलब है कि ये वही तेजप्रताप हैं, जिन्होंने अपने पिता को अपने आवास पर केवल दस मिनट बुलाने के लिए अक्टूबर 2021 में अनशन शुरू कर दिया था।और माता – पिता के पैर धोने के बाद अनशन खत्म किया था।
गौर तलब है कि अनुष्का प्रकरण के बाद पार्टी की ओर से कार्यवाई करते हुए तेजप्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया गया है।इसके बाद अब उन्होंने आरजेडी और परिवार दोनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में वो इस बात का भी ऐलान कर चुके हैं कि अब वो कभी भी आरजेडी में नहीं जाएंगे।यह बात उन्होंने गीता की कसम खाते हुए कही है।
तेजप्रताप यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर अपनी पार्टी का नया पोस्टर जारी किया है। जिस पर उनके मां-बाप की तस्वीर हटा दी गई है। इससे साफ जाहिर होता है कि तेजप्रताप की नाराजगी अब अपने ‘भगवान’ यानि माता – पिता से भी है।लिहाजा उन्होंने लालू राबड़ी की फोटो हटा दी है।इतना ही नहीं तेजप्रताप ने एक्स अकाउंट के कवर फोटो को भी बदल दिया है। अब उन्होंने यहां लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर अपडेट कर दी है।
तेज प्रताप की नई पार्टी के पोस्टर में सबसे ऊपर 5 महान नेताओं की तस्वीरें हैं। जिसमें महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और जननायक कर्पूरी ठाकुर को शामिल किया गया है।
गौर तलब है कि तेज प्रताप अक्सर अपने पिता को ‘भगवान’ कहकर संबोधित करते रहे हैं। मां राबड़ी देवी की राजनीति में सक्रिय भूमिका जगजाहिर है, ऐसे में पोस्टर से दोनों की फोटो हटाना कई सवाल खड़े कर रहा है। सवाल यह है कि क्या तेजप्रताप अब पूरी तरह से स्वतंत्र राजनीतिक राह बनाने की कोशिश में हैं? ऐसे में बिहार की राजनीति में कई बड़े राजनीतिक सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप का अगला कदम क्या होता है?