बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है और चुनावी प्रचार के लिए जमीन पर उतर चुके हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार के विभिन्न जिलों में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं जिसमें तेजस्वी यादव भी उनके साथ हैं। मंगलवार को तेजस्वी यादव ने नवादा में बिहार के लोगों से आह्वान किया कि अगले लोकसभा चुनाव में वे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएं। आइए जानते हैं कि तेजस्वी ने इस बारे में और क्या कुछ कहा है।
नवादा में एक रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने युवाओं से अपील की कि इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार से NDA की सरकार को उखाड़ फेंक दें। तेजस्वी ने कहा- “बिहार में NDA की सरकार को उखाड़ फेंकना है। आगे जब भी लोकसभा चुनाव होगा, हम लोग राहुल गांधी जी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।’
तेजस्वी यादव ने दावा किया उनके पास नए बिहार के लिए नजरिया है। उन्होंने कहा कि हमारे चाचा (नीतीश कुमार) अब अचेत अवस्था में हैं और उनसे अब बिहार संभल नहीं रहा है। उनकी सरकार नकलची बन गई है।उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सिंचाई सुविधाओं और जवाबदेही की जरूरतों से बेखबर रही है।
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे वोटर लिस्ट रीविजन के खिलाफ कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा और आरा से होते हुए गुजरेगी। ये यात्रा आना वाले 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ संपन्न होगी।
बिहार में कथित रूप से वोट चोरी के मुद्दे को लेकर दोनों नेताओं ने बीजेपी और चुनाव आयोग के खिलाफ हल्ला बोल किया हुआ है,अब तो तेजस्वी यादव ने पीएम के तौर पर राहुल गांधी का भी नाम लेकर खुद का नाम सीएम पद के लिए घोषित करने के लिए एक बड़ा दबाव बनाया है। लेकिन इस मुद्दे से इधर एक सवाल यह हमेशा खड़ा हो रहा है कि आखिर तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने में महागठबंधन की तरफ से देरी क्यों हो रही है?
सवाल उठता है कि क्या तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जाने को लेकर कहीं कोई पेंच फंसा हुआ है या फिर क्या कांग्रेस सीट शेयरिंग के मुद्दे पर आरेजेडी से मन मुताबिक सीट नहीं मिलने की स्थिति में तेजस्वी का समर्थन करने से परहेज कर रही है।