बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि गोपाल खेमका हत्याकांड में गिरफ्तार हुए अशोक शाह, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन नायक के किरायेदार रह चुके हैं। जानकारी के अनुसार, अशोक शाह एक सरिया व्यापारी और बिल्डर है। यही शख्स इस हत्या की साजिश रचने वाला मुख्य आरोपी बताया जा रहा है उस ने ही शूटर उमेश यादव को सुपारी दी थी।
कथित हथियार आपूर्तिकर्ता राजा की मुठभेड़ में मौत के बाद जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने बयान दिया था कि यह पूरी घटना सरकार को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा हो सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है कि गिरफ्तार आरोपियों का संबंध किन-किन लोगों से है और क्या इस मामले के तार राजनीतिक साजिश से जुड़े हैं।
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि गोपाल खेमका हत्यकांड की निगरानी सीधे सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं। बिहार पुलिस ने पहले भी शानदार काम किया है। हर घटना के जवाबदेह लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं, उनको जेल की सलाखों के पीछे हो गया है। लेकिन ताजा मामले में जो उद्भेदन की कड़ी है, पुलिस द्वारा आधिकारिक तौर पर चीजें सामने आ जाएंगी।
जेडीयू प्रवक्ता प्रसाद ने आगे कहा कि एक महत्वपूर्ण और दिलचस्प तथ्य है कि अशोक कुमार शाह नाम के एक व्यवसायी के घर छापेमारी हुई है। अशोक कुमार शाह सरिया के व्यापारी है।अशोक कुमार शाह सुमन कुमार नायक, जो लालू प्रसाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, उनके घर पर किराएदार के तौर पर था।जानकारी के मुताबिक उसकी संलिप्तता हत्याकांड में सुपारी देने वाले व्यवसायी के तौर पर निश्चित की गई है। साफ है कि विपक्ष को कोहराम मचाने के बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।
राजीव रंजन प्रसाद ने कारोबारी मर्डर केस में गिरफ्तार कथित शूटर उमेश यादव की गिरफ्तारी और हथियार के सप्लायर राजा के एनकाउंटर का जिक्र करते हुए कहा कि बिल्कुल साफ है कि हम अपराधियों को पाताल से भी खोजकर निकालेंगे।बिहार में घटना करके घूमने का दौर 1990 से 2005 का अब नहीं है. नीतीश कुमार के 20 वर्षों के शासन में सत्ता पोषित अपराध को नेस्तनाबूद करने का काम हुआ है।