बिहार विधानसभा के बजट सत्र का बुधवार को नौवां दिन हंगामेदार रहा।विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे
पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की। सदन शुरू होने से पहले ही विपक्षी विधायक विधानसभा पोर्टिको में नारेबाजी करने लगे।उनका आरोप था कि राज्य में अपराध बढ़ता जा रहा हैं जो है और सरकार इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है।
वहीं राबड़ी देवी ने विधान परिषद में भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सदन में आवाज उठाया, जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने तीखे अंदाज में जवाब दिए। इस दौरान विधान परिषद में माहौल पूरी तरह से गरमाया रहा।
विपक्ष द्वारा कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाये जाने से, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए।उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी ? सुरक्षा से लेकर महिलाओं की शिक्षा तक पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था,लेकिन हमारी सरकार ने इस सब पर ध्यान दिया है।
विधान परिषद में बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि जब हम 2005 में आए थे, तो जो भी यहां गड़बड़ था पहले उस सबको सुधारे।जब हम केंद्र में मंत्री थे और पटना आते थे तब यहां सड़क की स्थिति बहुत खराब थी, उसपर चलने में भी परेशानी होती थी।महिलाएं शाम होते ही घरों से बाहर नहीं निकल पाती थीं। आज देखिए 11 बजे रात तक वे सड़कों पर घूम रही हैं।2005 के बाद अभी तक जितना भी काम हमलोग किūए हैं उसका पूरा ब्योरा मैं दे दूंगा। उसके बाद 2005 के पहले का भी किए गए कामों का आंकड़ा हमलोग निकाल के सामने लाएंगे।
बिहार की सियासत में विपक्ष और सरकार के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। बजट सत्र में कानून-व्यवस्था के अलावा पर भी तीखी बहस देखने को मिल रही है। विपक्ष जहां सरकार पर लगातार हमलावर है, तो वहीं सीएम नीतीश कुमार अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाने में जुटे हैं।अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह सियासी लड़ाई किस मोड़ पर पहुंचती है।