Homeदेशदिल्ली की सबसे युवा सीएम आतिशी के सामने हैं कई चुनौतियां 

दिल्ली की सबसे युवा सीएम आतिशी के सामने हैं कई चुनौतियां 

Published on

न्यूज़ डेस्क
 आतिशी दिल्ली की सीएम बन गई है। कल ही उनका शपथ ग्रहण हुआ है। उनके साथ पांच और मंत्रियों ने शपथ ली है। इन मंत्रियों में सौरभ भारद्वाज सबसे कम उम्र के मंत्री है। आतिशी के सीएम बनने  के बाद दिल्ली की महिलाओं की अपेक्षाए बढ़ गई है। बेहतर शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही सफाई और महंगाई को लेकर भी दिल्ली के लोगों को लग रहा है कि सीएम आतिशी कुछ बेहतर कर सकती है। 

हालांकि कुछ ही महीने बाद दिल्ली विधान सभा चुनाव होने हैं लेकिन आप को भी लग रहा है कि अगर आतिशी ने जनता के लिए कुछ बेहतर किया तो दिल्ली की जनता एक बार फिर से उसे सत्ता में ला सकती है। यही वजह है कि आतिशी को लेकर जनता भी उम्मीद पाले हुए है और आप पार्टी को भी काफी उम्मीद हैं। 

आतिशी ने दिल्ली की कांग्रेस नेता शीला दीक्षित और बीजेपी की सुषमा स्वराज के बाद तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शरथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सभी बड़े आप नेता उपस्थित रहे। इसके साथ ही आतिशी दिल्ली की सबसे युवा सीएम बन गई। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली के सीएम-पद के लिए शनिवार 21 सितंबर की तारीख प्रस्तावित की थी। आतिशी साथ पांच मंत्रियों ने भी शपथ ली है।

दिल्ली की सीएम आतिशी के साथ उनके मंत्रिमंडल ने भी शपथ ली। उनके मंत्रिमंडल में सबसे बड़ा चेहरा सौरभ भारद्वाज हैं। दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद सौरभ भारद्वाज को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी। उन्हें दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया।दिल्ली के मुख्यमंत्री ने शपथ समारोह से पहले पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ आतिशी और आप नेताओं को मंत्री पद के लिए नामित किया।

आतिशी का जन्म दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर 8 जून 1981 को हुआ। आरंभिक शिक्ष स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई और स्नातक की शिक्षा सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में हासिल की। इसके बाद शेवनिंग छात्रवृत्ति पर वह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय परास्नातक की डिग्री लेने चली गईं। 

कुछ साल बाद ही उन्होंने ऑक्सफोर्ड से शैक्षिक अनुसंधान में रोड्स स्कॉलर के रूप उन्होंने परास्नातक की एक और डिग्री हासिल की। इसके बाद आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में शिक्षक बन गईं। वह जैविक खेती और शिक्षा पर सक्रिय रही। इस सिलसिले में वह भोपाल के एक एनजीओ  के साथ काम करने लगी।

 इस एनजीओ में काम करते समय वह आप  और वकील प्रशांत भूषण के संपर्क में आईं। इसके बाद वह अन्ना आंदोलन में सक्रिय रही हैं और अब आम आदमी पार्टी के प्रमुख चेहरा हैं। आतिशी साल 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं।

Latest articles

USA से आया था फोन- पाक करने वाला है बड़ा हमला और फिर…’ एस जयशंकर का खुलासा

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले...

विधान सभा चुनाव 2025 से पूर्व नीतीश कैबिनेट में बड़ा फैसला

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है।राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ चुनाव आयोग...

लांच हुई राष्ट्रीय खेल नीति 2025, Olympic 2036 पर नजर, 5 स्तंभ पर रहेगा पूरा फोकस

एक सुसंगठित दृष्टि और भावी रणनीति के साथ, अग्रणी राष्ट्र बनाने की दिशा में...

मोबाइल नंबर को हथियार बनाकर ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगाएगी लगाम! ये है सरकार का प्लान

साइबर फ्रॉड के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में दूरसंचार विभाग (...

More like this

USA से आया था फोन- पाक करने वाला है बड़ा हमला और फिर…’ एस जयशंकर का खुलासा

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले...

विधान सभा चुनाव 2025 से पूर्व नीतीश कैबिनेट में बड़ा फैसला

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है।राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ चुनाव आयोग...

लांच हुई राष्ट्रीय खेल नीति 2025, Olympic 2036 पर नजर, 5 स्तंभ पर रहेगा पूरा फोकस

एक सुसंगठित दृष्टि और भावी रणनीति के साथ, अग्रणी राष्ट्र बनाने की दिशा में...