Homeदेशरांची हाई कोर्ट ने क्यों कहा कि रिम्स में जब कोई सुविधा...

रांची हाई कोर्ट ने क्यों कहा कि रिम्स में जब कोई सुविधा नहीं है तो इसे बंद कर दिया जाए !

Published on

न्यूज़ डेस्क 
झारखंड हाईकोर्ट ने एक पीआईएल पर सुनवाई करते हुए राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रिम्स की कुव्यवस्था और प्राइवेट अस्पतालों की लापरवाही पर तल्ख टिप्पणी की।

कोर्ट ने राज्य सरकार से मौखिक तौर पर कहा कि अगर वह रिम्स में चिकित्सा उपकरण, मेडिकल फैसिलिटी सहित आधारभूत संरचनाएं-सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराती है तो इसे बंद करना ज्यादा बेहतर होगा।

कोर्ट ने कहा कि रिम्स में मेडिकल सुविधाओं का अभाव तो है ही, मरीजों की देखभाल में लापरवाही के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। रिम्स की व्यवस्था सही नहीं रहने पर लोग प्राइवेट अस्पतालों की शरण में जा रहे हैं। रांची शहर में कई प्राइवेट अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम में हेल्थ केयर की जगह वेल्थ केयर पर ध्यान रखा जाता है।

कोर्ट ने राज्य सरकार से पिछले 5 सालों में झारखंड में क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं लेने वाले नर्सिंग होम एवं अस्पतालों पर कार्रवाई और इस एक्ट का अनुपालन नहीं करने वालों पर लगे जुर्माना के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। मामले की अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी।

झारखंड हाईकोर्ट ने मंगलवार को ही राज्य के नर्सिंग होम एवं हॉस्पिटल से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट के निपटारे को लेकर झारखंड ह्यूमन राइट कन्फेडरेशन की एक दूसरी जनहित याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक की ओर से आए जवाब पर हैरानी जताई।

कोर्ट ने कहा कि एक तरफ आप अपने शपथ पत्र में दावा कर रहे हैं कि झारखंड के 1,633 प्राइवेट और पब्लिक नर्सिंग होम से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट का नियमानुसार निष्पादन कर दिया जाता है। जबकि, सच यह है कि नर्सिंग होम के निकट सड़कों पर मेडिकल वेस्ट फेंके रहते हैं। रिम्स जैसे संस्थान में भी मेडिकल वेस्ट अस्पताल के कॉरिडोर में फेंके रहते हैं।

कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि प्राइवेट एवं पब्लिक नर्सिंग होम से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के निष्पादन को कंट्रोल करने के लिए क्या कोई मैकेनिज्म है? क्या जिलों के सिविल सर्जन इसकी जांच करते हैं? इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को पूरे ब्यौरे के साथ अगली सुनवाई में शपथ पत्र दाखिल करने को कहा गया है।

Latest articles

तेजस्वी यादव सीएम तो मुकेश सहनी बने डिप्टी सीएम, फेसमहागठबंधन की घोषणा

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने गुरुवार को पटना में एक अहम प्रेस...

AI ब्राउजर यूज करने पर खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

पिछले कुछ समय में OpenAI और Perplexity समेत कई कंपनियों ने AI ब्राउजर लॉन्च...

टीएलसी बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है? जब बढ़ जाता है TLC

टीएलसी से होने वाले खतरे को लेकर सबसे पहले आपको मेडिकल टर्म टीएलसी को...

 CM नीतीश की सुरक्षा में भारी चूक, हाजीपुर में मुख्यमंत्री के सर पर मंडराने लगा ड्रोन

विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में रैली करने हाजीपुर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश...

More like this

तेजस्वी यादव सीएम तो मुकेश सहनी बने डिप्टी सीएम, फेसमहागठबंधन की घोषणा

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने गुरुवार को पटना में एक अहम प्रेस...

AI ब्राउजर यूज करने पर खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

पिछले कुछ समय में OpenAI और Perplexity समेत कई कंपनियों ने AI ब्राउजर लॉन्च...

टीएलसी बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है? जब बढ़ जाता है TLC

टीएलसी से होने वाले खतरे को लेकर सबसे पहले आपको मेडिकल टर्म टीएलसी को...