न्यूज़ डेस्क
नवजोत सिंह सिद्धू अभी जेल में हैं और संभव है कि वे 26 तारीख को रिहा हो जायेंगे। जेल से बाहर आएंगे और फिर पंजाब की राजनीति में सिद्धू की फिर से नयी पारी शुरू होगी। इधर पंजाब कांग्रेस में बेचैनी है। मनप्रीत बादल तो पहले ही बीजेपी में जा चुके हैं अब किसकी बारी है कहना मुश्किल है। लेकिन पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस आला कमान की पंजाब पर पूरी निगाह है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पंजाब से पार्टी को उम्मीद भी है लेकिन यह सब होगा कैसे ? पंजाब को लेकर राहुल ने कुछ योजनाए तय की है लेकिन उन योजनाओं की चर्चा अभी सिद्धू से ही की जा सकती है। यही वजह है कि सिद्धू की राहुल ने जेल से निकलते ही भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता भेजा है। कहा जा रहा है कि सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
बता दे कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं लेकिन उनके काल में पार्टी को करारी हार का भी सामना करना पड़ा है। चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत हुई और भगवंत मान सीएम बने। कांग्रेस के कई नेता सिद्धू की वजह से पार्टी छोड़े। जिनमे पहला नाम तो पूर्व सीएम अमरेंद्र सिंह का ही है। वे अब बीजेपी में जा चुके हैं।
याद रहे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग हों, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा या फिर सुखजिंदर सिंह रंधावा, सभी राहुल गांधी से पार्टी के मजबूत ढांचे के लिए पैराशूट की तर्ज पर बाहरी लोगों को पार्टी से दूर करने की बात कह चुके हैं। प्रताप सिंह बाजवा साल 2024 चुनाव में प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में राहुल गांधी को ही देखने की बात कह चुके हैं। इसके अलावा बाजवा समेत राजा वड़िंग और सुखजिंदर रंधावा पार्टी को नुकसान पहुंचा चुके बाहरी लोगों से बचने की हिदायत भी दे चुके हैं। ऐसी हालत में राहुल द्वारा सिद्धू को दिया गया न्योता बहुत कुछ कहता है और पार्टी के भीतर नाराजगी भी हो रही है। पंजाब में अपना सब कुछ गवा चुकी कांग्रेस में अगर अब भी कोई बड़ा तोड़फोड़ होता है तो कांग्रेस की भरता जोड़ो यात्रा पर सवाल उठेंगे। लोग कहेंगे कि देश जोड़ने चले थे ,पार्टी को जोड़ न सके।